UP News: मुजफ्फरनगर दंगों की आग से भरा था गुस्सा, मास्टरमाइंड इमराना ने बताया टाइम बम बनवाने का क्या था इरादा?

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स में मुजफ्फरनगर से इमराना नाम की महिला को गिरफ्तार किया है. इमराना के कहने पर ही जावेद नाम के शख्स ने चार टाइम बम बनाए थे.

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Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से 4 टाइम बम बरामदगी वाले मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. इस पूरे मामले की मास्टर माइंड इमराना को भी यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. एसटीएफ की पूछताछ में इमराना ने बताया है कि उसने जावेद को कितने टाइम बम बनाने का ऑर्डर दिया था? कितने टाइम बम जावेद ने बनाए थे? इमराना को कितने टाइम बम मिलने वाले थे? इन सवालों के साथ-साथ इमराना ने एसटीएफ के सामने ये भी कबूल किया है कि उसने आखिर क्यों टाइम बम बनाने के लिए ऑर्डर दिया था? 

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने रविवार को टाइम बम मामले की मास्टर माइंड इमराना को मुजफ्फरनगर के थाना कोतवाली क्षेत्र के गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद एसटीएफ ने इमराना से पूछताछ की. उसने बताया कि उसकी 30 साल पहले आजाद के साथ शादी हुई थी. शादी के बाद तीन बच्चे हुए. बड़े बेटे की करीब छह महीने पहले हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है, जबकि बेटी शादी के बाद अपने पति के साथ देहरादून में रहती है. सबसे छोटा बेटा सोनू कपड़ों का काम करता है. 

जावेद को 20 साल से जानती है इमराना

उसने एसटीएफ को बताया कि वो करीब 20 साल से जावेद को जानती है. वो बंतीखेड़ा गांव में साईं बाबा के मंदिर पर जाती थी. यहीं पर जावेद आता था. उसने बताया कि जावेद के एक रिश्तेदार के पास पटाखे बनाने का लाइसेंस है. जावेद भी उनके साथ काम करता था. करीब 12 साल पहले भी इमराना ने जावेद से दो बम बनवाए थे. काफी समय बीत जाने के बाद वो बम खराब हो गए. इमराना को डर था कि कहीं कोई हादसा न हो जाए इसलिए उसने इन बमों को काली नदी में फेंक दिया. 

10 टाइम बम बनाने का दिया था ऑर्डर, पर कम मिला बारूद

इमराना ने बताया कि साल 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों में उसका घर जला दिया गया था. बड़ा नुकसान होने पर उसके मन में काफी गुस्सा था. उसने पुलिस के सामने कहा है कि भविष्य में कोई भी ऐसी घटना हो तो उसके लिए उसने जावेद से 10 टाइम बम बनाने के लिए कहा था. जावेद मीरापुर के बारूद लेकर आया था, लेकिन कम बारूद मिलने के कारण पांच ही बम बन पाए थे. इनमें से चार बमों को देने के लिए जावेद तैयार थी. तभी एसटीएफ को मामले की भनक लग गई और जावेद को गिरफ्तार कर लिया गया.