UP News: बिहार में एक के बाद पुल गिरने के बाद सीएम योगी अलर्ट मोड में आ गए हैं. सीएम योगी ने प्रदेश में 50 साल पूरे कर चुके सभी पुलों के निरीक्षण कराए जाने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि 50 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले प्रदेश के सभी पुलों का सूक्ष्मता से निरीक्षण कराया जाए. उनके सुपर स्ट्रक्चर/पियर की स्थिति, सेतुओं के वाटर-वे में ब्लॉकेज, पियर के साइड में स्कावर होल, सेतु के एबटमेन्ट ढाल और बोल्डर का परीक्षण कराया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि निरीक्षण के समय कोई पुल असुरक्षित नजर आए तुरंत उसकी सूचना जिला प्रशासन को दे. इसके अलावा उसे तत्काल यातायात के लिए बंद कर दिया जाए.
सीएम योगी ने इस दौरान कहा कि बीते सात सालों में प्रदेश की रोड कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व विस्तार हुआ है. वर्ष 2017 की तुलना में स्टेट हाइवे आज 10214 किमी हो गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण मार्गों की लंबाई में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. प्रदेश में प्रतिदिन गांवों में लगभग 11 किमी नई सड़क बन रही है. विकास के लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता के दृष्टिगत प्रदेश में सड़क निर्माण की यह गति अभूतपूर्व है. इसे और बेहतर करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड यात्रा के दौरान सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का भी आदेश दिया. उन्होंने कहा कांवड यात्रा के मार्गों को शतप्रतिशत गड्ढामुक्त किया जाए.उन्होंने 15 जुलाई तक यह काम पूरा करने की समयसीमा भी दी है. इसके अलावा उन्होंने जलनिकासी व्यवस्था पर भी ध्यान देने कि हिदायत दी है. सीएम योगी ने निर्देश देते हुए कहा कि सड़क हो पुल हो या आमजन से जुड़ी अन्य निर्माण परियोजनाएं स्वीकृति देने से पहले उसकी आवश्यकता की जरूर पहचान करें. मेरिट के आधार पर किसी परियोजना को स्वीकृति दें. इसका लाभ प्रदेश के सभी जिलों को शत-प्रतिशत मिले.
ब्लॉक मुख्यालयों को 02 लेन सड़क की कनेक्टिविटी देने का संकल्प समय से पूरा होना चाहिए. यह संतोषप्रद है कि कुल 165 में से 143 मार्गों का निर्माण पूरा हो गया है, यथाशीघ्र शेष कार्यों को भी पूरा कर लिया जाए. सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंतरराज्यीय तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पड़ने वाले मार्गों पर भव्य द्वार बनाने का कार्य तेजी के साथ पूरा कराए जाएं. जहां भूमि की अनुपलब्धता हो तत्काल स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें. यह द्वार सीमा पर ही बनाए जाएं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि
यह सराहनीय है कि देश में सर्वप्रथम यूपी पीडब्ल्यूडी द्वारा FDR निर्माण तकनीक का प्रयोग किया गया. इस तरह के निर्माण कार्य और किए जाएं.
यह संतोषजनक है कि राज्य सेतु निगम द्वारा विगत 07 वर्षों में 270 नदी सेतु 115 आरओबी 10 फ्लाईओवर सहित जनहित से जुड़ी 395 परियोजनाओं को पूरा कर लिया है. सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग और राजकीय निर्माण निगम में विशेषज्ञों की तैनाती की जाए. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कहीं भी मानव संसाधन की कमी न पड़े.कैपेसिटी बिल्डिंग करें इसमें आईआईटी जैसे संस्थानों को भी जोड़ें.