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UP की 10 सीटों पर 'महासंग्राम', क्या BJP को मिलेगी खोई जमीन या विपक्ष जारी रखेगा Momentum, समीकरण समझें

Uttar Pradesh by-election: लोकसभा चुनाव 2024 के बाद उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनावों होना है. इसमें से 9 सीटें निवर्तमान विधायकों के हालिया चुनावों में सांसद बनने के कारण खाली हुई हैं. जबकि, एक सीट सपा विधायक के अयोग्य होने से खाली हुई है. अभी 10 में से 5 सीटों पर सपा का कब्जा था. आइये उप चुनाव से पहले समझते हैं इन 10 सीटों के समीकरण क्या हैं?

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Shyam Datt Chaturvedi
UP By Election
Courtesy: India Daily Live

Uttar Pradesh by-election: लोकसभा चुनाव से फुर्सत होते ही सियासी दलों के सामने उत्तर प्रदेश की 10 सीटों का महासंग्राम सामने आ गया है. हालांकि, आम चुनाव के बाद इन 10 सीटों की स्थिति काफी बदल गई है. यहां NDA एक बार फिर अपना प्रभुत्व वापस पाने के लिए लड़ने उतरने वाली है. वहीं सपा अपनी बनाई जमीन को बरकरार रखने की लड़ाई लड़ेगी. हालांकि, उसे अब कांग्रेस के लिए कुछ समझौते करने पड़ सकते हैं. आइये जानें इन 10 सीटों पर अभी के समीकरण क्या कहते हैं?

लोकसभा चुनाव 2024 में प्रदेश की 80 सीटों में से बीजेपी ने 33 सीटें जीतीं है. जबकि उसकी सहयोगी आरएलडी और अपना दल (सोनेलाल) को क्रमशः दो और एक सीटें मिलीं हैं. अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा को 37 सीटें और इंडिया गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस ने छह सीटों पर विजय मिली है.

करहल

ये सीट सपा का गढ़ है. इस कायम रखने के लिए उपचुनाव में अखिलेश यादव परिवार के किसी सदस्य को मैदान में उतार सकते हैं. वहीं बीजेपी भी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए SP को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में है.

  • मैनपुरी की करहल को 2022 में अखिलेश यादव ने जीता था
  • अखिलेश ने बीजेपी उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल को हराया था
  • एसपी सिंह बघेल अब  आगरा संसदीय क्षेत्र से चुने गए हैं
  • करहल सपा का गढ़ है. यहां SP 1990 से ही जीतती आ रही है.

मिल्कीपुर

मिल्कीपुर उप चुनाव बीजेपी और सपा में प्रतिष्ठा की लड़ाई है. समाजवादी पार्टी अवधेश को बढ़ावा देने के लिए यहां पूरा दम लगा रही है. वहीं बीजेपी ने पहले ही इस सीट को फिर से जीतने के लिए काम करना शुरू कर दिया है.

  • अयोध्या की मिल्कीपुर को SP विधायक अवधेश प्रसाद ने खाली किया है
  • 2022 में अवधेश प्रसाद BJP के बाबा गोरखनाथ को हराया था
  • अवधेश प्रसाद अब चौकाने वाली जीत के साथ फैजाबाद से सांसद हैं

खैर

अलीगढ़ के वर्तमान सांसद सतीश कुमार गौतम ने सीट बरकरार रखी. हालांकि, इस चुनाव में उन्हें सपा के बृजेंद्र सिंह ने कड़ी टक्कर दी. ऐसे में देखना होगा की NDA को यहां लाभ होता है या बाजी कोई और मार जाता है.

  • अलीगढ़ की खैर दो बार विधायक और राज्य के मंत्री अनूप प्रधान वाल्मीकि ने खाली किया है
  • अनूप प्रधान हाथरस लोकसभा क्षेत्र से चुने गए हैं
  • इस सीट पर BJP के अलावा, आरएलडी और बीएसपी काफी प्रभाव है

मीरापुर

आरएलडी विधायक चौहान के बिजनौर लोकसभा सीट से जीतने के बाद ये सीट खाली हुई है. चौहान ने सपा के दीपक सैनी को लगभग 37,000 वोटों से हराया है. अब कांग्रेस मीरापुर की निगाहें टिकी हैं. वहीं सपा हालिया प्रदर्शन के मद्देनजर दम भर रही है.

  • मुजफ्फरनगर की मीरापुर बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में आती है.
  • 2022 में यहां से आरएलडी के चंदन चौहान ने बीजेपी के प्रशांत चौधरी को हराया था
  • 2017 और 2012 इस सीट को क्रमशः बीजेपी और बीएसपी ने जीत हासिल की थी.

कुंदरकी

मुरादाबाद के कुंदरकी में सपा का प्रभाव रहा है. संभल सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के निधन के बाद सपा ने हालिया चुनावों में उनके बेटे जिया-उर-रहमान को मैदान में उतारा था. इन्होंने बीजेपी को मात देकर जीत हासिल की है. इसी कारण यहां सपा का मनोबल बढ़ा है. इन फेवर में यहां की अल्पसंख्यक आबादी भी है.

  • मुरादाबाद की कुंदरकी सपा विधायक जिया-उर-रहमान के संभल से चुने जाने पर खाली हुई है
  • कुंदरकी संभल लोकसभा और मुरादाबाद जिले में आती है.
  • संभल की तरह ही कुंदरकी विधानसभा सीट भी सपा का गढ़ रही है.

गाजियाबाद सदर

यह क्षेत्र बीजेपी का गढ़ रहा है. यहां से लोकसभा में पहले राजनाथ सिंह और वीके सिंह ने चुनाव जीता है. अब उपचुनाव में बीजेपी इसे कायम रखने का प्रयास कर रही है. वहीं कांग्रेस लोकसभा में हार के बाद यहां से सपा को लड़ाने के पक्ष में है.

  • इस सीट को बीजेपी अतुल गर्ग ने खाली किया है
  • अतुल गाज़ियाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुने गए हैं
  • 2022 में सपा के विशाल वर्मा को हराया था
  • आम चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की डॉली शर्मा हराया है

फूलपुर

आम चुनाव में सपा ने यहां BJP को कड़ी टक्कर दी थी. इस कारण उसका आत्मविश्वास बढ़ा है. उपचुनाव में वो इसी जीतने की कोशिश कर रही है. वहीं बीजेपी अपना सर्वोत्तम संभव उम्मीदवार पहचान करने में लगी है.

  • प्रयागराज की फूलपुर सीट को BJP के प्रवीण पटेल ने खाली किया है
  • प्रवीण पटेल फूलपुर लोकसभा से सपा के अमरनाथ मौर्य को हराकर सांसद बने हैं

मंझवा

मिर्जापुर की मंझवा को BJP ने 2017 में बीएसपी से छीना था. अब निषाद पार्टी इसे बीजेपी के सहयोग से पाने की उम्मीद कर रह रही है. सपा भी यहां मजबूत स्थिती में है. क्योंकि, इस इलाके में सपा ने बिंद जैसे अधिकांश समूहों का समर्थन पाया है.

  • मिर्जापुर मंझवा सीट को निषाद पार्टी विनोद कुमार बिंद ने खाली किया है
  • विनोद कुमार बीजेपी के टिकट से भदोही सांसद बने हैं

कटेरी

अंबेडकर की कटेरी 1990 से बीएसपी या सपा के कब्जे में रही है. सपा एक बार फिर से कांग्रेस के समर्थन से यहां जीत हासिल करने की कोशिश कर रही है. वहीं बीजेपी कोशिश कर रही है कि यहां अपना कब्जा बना पाए.

  • अंबेडकर की कटेरी सपा विधायक लालजी वर्मा ने खाली की है
  • लालजी वर्मा ने BSP के रितेश पांडे को हराया है
  • रितेश पांडे अब भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा हैं

सिशामऊ

कानपुर लोकसभा बीजेपी ने जीत हासिल की है. कांग्रेस ने भाजपा का कड़ा मुकाबला दिया है. इस कारण वो सपा से इस सीट की मांग रख सकती है.
बीजेपी भी क्षेत्र में मजबूत है. विधानसभा उपचुनाव में मुकाबला रोचक हो सकता है.

  • कानपुर सिशामऊ सपा विधायक इरफान सोलंकी की अयोग्यता से खाली हुई है
  • इरफान सोलंकी को आगजनी के मामले में सात साल की सजा हुई है

लोकसभा और विधानसभा के नतीजे 

2022 के विधानसभा चुनावों उत्तर प्रदेश की 493 सीटों में से बीजेपी ने 255 और सपा ने 111 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं कांग्रेस के खाते में 2 सीटें गईं थी. जबकि, 2024 के आम चुनाव में बीजेपी ने 33 सीटें जीतीं हैं और सपा ने 37 सीटें सीटों पर फतह की है. इसके अलावा RLD को 2, अपना दल को 1 जबकि, कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं.