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अलीगढ़ में इनकम टैक्स के नोटिस से हलचल, जूस विक्रेता-ताला कारीगर को 56 करोड़ के नोटिस, क्या है सच?

जिन चार लोगों को नोटिस मिला है, उनमें शामिल हैं एक ताला कारीगर, एक बैंक सफाईकर्मी, एक जूस विक्रेता और एक ट्रांसपोर्ट मजदूर. इनकी मासिक आय कुछ हजार रुपए से भी कम है, लेकिन नोटिस की रकम करोड़ों में है. आइए, इनमें से एक व्यक्ति की कहानी पर नजर डालते हैं.

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Edited By: Gyanendra Sharma
UP News
Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां इनकम टैक्स विभाग ने चार आम लोगों को कुल 56.50 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है, जिसने अपनी जिंदगी में एक साथ एक लाख रुपए तक देखे हों. ये लोग अपनी मामूली आय से गुजर-बसर कर रहे हैं, फिर भी उनके नाम पर इतनी बड़ी रकम का नोटिस कैसे आया? इस सवाल ने न केवल इन लोगों बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चा छेड़ दी है.

नोटिस के मुताबिक, इन चार लोगों के नाम पर अलग-अलग फर्म बनाई गईं और इनके माध्यम से व्यापारिक गतिविधियां दिखाई गईं, लेकिन इन लोगों ने आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया. इसके चलते इनकम टैक्स विभाग ने कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी किए हैं. हालांकि, इन लोगों का दावा है कि उन्हें इन फर्मों या व्यापार के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उनका कहना है कि उनकी आय इतनी कम है कि वे कभी सपने में भी इतनी बड़ी रकम की कल्पना नहीं कर सकते.

जिन चार लोगों को नोटिस मिला है, उनमें शामिल हैं एक ताला कारीगर, एक बैंक सफाईकर्मी, एक जूस विक्रेता और एक ट्रांसपोर्ट मजदूर. इनकी मासिक आय कुछ हजार रुपए से भी कम है, लेकिन नोटिस की रकम करोड़ों में है. आइए, इनमें से एक व्यक्ति की कहानी पर नजर डालते हैं.

SBI सफाईकर्मी करण कुमार की परेशानी

गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे से करीब 7 किलोमीटर अंदर स्थित कस्बा चंडौस के वाल्मीकि बस्ती में 30 वर्षीय करण कुमार रहते हैं. करण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की खैर ब्रांच में सफाईकर्मी के रूप में काम करते हैं और उनकी मासिक तनख्वाह महज 15 हजार रुपए है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनकम टैक्स विभाग ने उन्हें 33.88 करोड़ रुपए के लेनदेन का नोटिस भेजा है. करण का कहना है कि उन्हें इस नोटिस से गहरा सदमा लगा है.

500-600 कमाने वाले को करोड़ों का नोटिस

करण के अलावा, अन्य तीन लोगों की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है. ताला कारीगर योगेश शर्मा, जो ताले की स्प्रिंग बनाने का काम करता है, को 11.11 करोड़ रुपए का नोटिस मिला है. उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर है और परिवार में बीमारी भी है. जूस विक्रेता मोहम्मद रईस, जो दीवानी कचहरी में जूस बेचकर परिवार चलाता है, को 7.79 करोड़ रुपए का नोटिस मिला है. उनकी दैनिक आय महज 500-600 रुपए है. चौथा व्यक्ति, ट्रांसपोर्ट मजदूर मोहित कुमार, जो महीने में 8,500 रुपए कमाता है, को 3.87 करोड़ रुपए का नोटिस मिला है.