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India Daily

संभल में किसी भी बाहरी व्यक्ति की नहीं होगी एंट्री, जबदस्ती करने पर हिसाब करेंगे DM साहब!

यूपी के संभल में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की रविवार को पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई. इसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 20 सुरक्षाकर्मी समेत कई लोग घायल हैं. दरअसल यह हिंसा झड़प बीते रविवार को हुई. वहीं इस हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने यहां 12वीं तक के स्कूल को बंद कर दिया है. साथ ही 24 घंटों के लिए इलाके में इंटरनेट को भी बैन कर दिया है.

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Edited By: Khushboo Chaudhary
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Courtesy: Twitter

संभल में हुई हिंसा के बाद अब अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद करने के आदेश दिया गया है. संभल के डीएम द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, केवल संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं अगले 24 घंटे यानी आज तक बंद रहेंगी. दरअसल यह हिंसा उस समय हुई जब जामा मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर सर्वे किया जा रहा था, जिसका विरोध वहां के प्रदर्शनकारियों ने किया. प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए और इस झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई. प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी और पथराव किया. इसके बाद, पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया.

वहीं अब इस मामले में एक और बड़ा अपडेट आ रहा है कि संभल के जिला मजिस्ट्रेट ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसके तहत किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को प्राधिकारियों के आदेश के बिना संभल जिले में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी. यह कदम संभल में हाल ही में हुए तनावपूर्ण घटनाक्रम के बाद उठाया गया है. इस आदेश के अनुसार, किसी भी बाहरी व्यक्ति या समूह को जिले में प्रवेश करने से पहले जिला प्रशासन से इजाजत लेनी होगी.

संभल में किसी भी बाहरी व्यक्ति की एंट्री पर बैन

बता दें कि जिला मजिस्टेट ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि किसी भी प्रकार की अनचाही गतिविधियों या असामाजिक तत्वों की घुसपैठ को रोका जा सके. जिला प्रशासन का कहना है कि इस कदम से जिले में शांति बनाए रखने और किसी भी तरह के विवाद को बढ़ने से रोकने में मदद मिलेगी.

उल्लंघन करने पर होगी सख्त कार्रवाई

जिला प्रशासन की माने तो जो भी व्यक्ति या समूह इस आदेश का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि इस प्रकार के आदेश केवल जिले की सुरक्षा और शांति के लिए हैं.