बुलंदशहर में नमाज के बाद बवाल, पथराव में इंस्पेक्टर घायल; यति नरसिंहानंद के खिलाफ प्रदर्शन क्यों?
Tension In Bulandshahr: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में शुक्रवार को एक बड़े बवाल की घटना सामने आई है. गद्दिवाड़ा इलाके में ईशा की नमाज के बाद माहौल अचानक गरमा गया. स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. रिपोर्ट के अनुसार, नारेबाजी की सूचना पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची, लेकिन स्थिति को शांत करने के प्रयास विफल रहे और पुलिस पर अचानक पथराव शुरू हो गया.
Tension In Bulandshahr: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में शुक्रवार की शाम को भारी बवाल हो गया. ईशा की नमाज के बाद अचानक भीड़ आक्रोशित हो उठी और पुलिस पर पथराव कर दिया. घटना के बाद सिकंदराबाद कोतवाली के प्रभारी इंस्पेक्टर रवि रतन घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है ये बवाल गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा पैगंबर मोहम्मद और कुरान पर दिए बयान के बाद हुआ है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन इलाके में तनाव बना हुआ है. पुलिस ने इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं.
पथराव की सूचना मिलते ही PAC की एक बटालियन को भी घटनास्थल पर भेजा गया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने PAC पर भी पथराव किया. इस हिंसा में सिकंदराबाद कोतवाली के प्रभारी इंस्पेक्टर रवि रतन घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया.
नरसिंहानंद सरस्वती के बयान से उपजा आक्रोश
इस बवाल की जड़ में गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती का विवादित बयान बताया जा रहा है. उन्होंने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद और कुरान पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिससे एक विशेष समुदाय का गुस्सा भड़क उठा. उनके खिलाफ FIR भी दर्ज की गई थी. जब उनके बयान का वीडियो वायरल हुआ, तो विरोध और तेज हो गया.
ईशा की नमाज के बाद प्रदर्शन
हालांकि, शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान कोई समस्या नहीं हुई, लेकिन शाम की ईशा की नमाज के बाद स्थिति बदल गई. नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग गद्दिवाड़ा इलाके में जमा हो गए और महंत के बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने लोगों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन लोग उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
पुलिस-प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद पुलिस और PAC की टीमों को स्थिति संभालने के लिए बुलाया गया. पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उपद्रवियों को खदेड़ने का प्रयास किया. फिलहाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है.