उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार (4 फरवरी) को विधानसभा में महाकुंभ के सफल आयोजन को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन सनातन धर्म के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. इस दौरान सीएम योगी ने इसे "अग्निपरीक्षा" करार देते हुए कहा, "महाकुंभ का आयोजन हमारे लिए अग्निपरीक्षा थी. इसमें केंद्र और राज्य सरकारें खरी उतरीं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम योगी ने कहा,'' इस कार्यक्रम के सफल आयोजन की गूंज दुनिया में लंबे समय तक सुनाई देगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ केवल एक आध्यात्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी काफी लाभ होने की उम्मीद है.
एक नाविक परिवार ने महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में 45 दिनों में ₹30 करोड़ की कमाई की है... pic.twitter.com/BqJ3OXYeio
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 4, 2025
महाकुंभ से कई लोगों को हुआ आर्थिक लाभ
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ के राजस्व लाभ के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस आयोजन से राज्य की अर्थव्यवस्था को करीब ₹3.5 लाख करोड़ का लाभ होने का अनुमान है. इसके अलावा, योगी ने महाकुंभ के दौरान उत्पन्न सक्सेस स्टोरीज का जिक्र किया. उन्होंने एक नाविक परिवार की कहानी शेयर की, जिसमें 130 नौकाओं वाले परिवार ने महाकुंभ के 45 दिनों में 30 करोड़ रुपए की शुद्ध बचत की. उन्होंने बताया, "मैं एक नाविक की सक्सेस स्टोरी बता रहा हूं. इस नाविक परिवार के पास कुल 130 नौकाएं हैं. जिसमें 45 दिन में इन लोगों ने 30 करोड़ की शुद्ध बचत की है.
महाकुंभ के आयोजन का कुल खर्च और लाभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे जानकारी दी कि महाकुंभ आयोजन में राज्य सरकार ने कुल 7,500 करोड़ रुपए खर्च किए थे. हालांकि, इस आयोजन से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को अनुमानित ₹3.5 लाख करोड़ का लाभ मिलने की संभावना है. ऐसे में सीएम योगी ने कहा, "महाकुंभ आध्यात्मिक आयोजन तो है ही, लेकिन इससे हमारी अर्थव्यवस्था को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का फायदा होने की उम्मीद है.