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'चुनाव आयोग मर गया है, सफेद कपड़ा भेंट करना होगा', EC पर भड़के अखिलेश यादव, लगाए गंभीर आरोप

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनाव जीतने के तरीके सवालों के घेरे में हैं, चुनाव आयोग निष्क्रिय हो चुका है और पुलिस-प्रशासन ने सपा एजेंटों को धमकाया, फर्जी वोटिंग करवाई.

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Edited By: Princy Sharma
Akhilesh Yadav On Election Commission
Courtesy: Twitter

Akhilesh Yadav On Election Commission: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने भाजपा के चुनाव जीतने के तरीकों पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी चिंता जताई. मीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'भाजपा का यही तरीका है चुनाव जीतने का. चुनाव आयोग अब निष्क्रिय हो चुका है और लोकतंत्र की रक्षा करने वाला तंत्र ध्वस्त हो गया है.'

अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान पुलिस और प्रशासन ने पूरी तरह से पक्षपाती रवैया अपनाया. सपा के बूथ एजेंटों को डराया-धमकाया गया, तो कुछ बूथों पर उन्हें बैठने भी नहीं दिया गया. उनका आरोप था कि भाजपा समर्थक लोगों ने फर्जी वोटिंग करवाई और अराजकता फैलाई.

एक प्रमुख घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बूथ संख्या 158 पर एसडीएम ने खुद चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि वहां बूथ कैप्चरिंग हो रही थी, लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. अखिलेश यादव के अनुसार, 'फर्जी वोटिंग का आलम यह था कि एक व्यक्ति ने छह बार वोट डाल दिया और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने खुद उसे रंगे हाथ पकड़ा.'

'चुनाव आयोग मर गया है'

सपा प्रमुख ने भाजपा सरकार पर लोकतंत्र को समाप्त करने का आरोप लगाया/. उनका कहना था, 'यह उपचुनाव अब केवल एक औपचारिकता बनकर रह गया है. प्रशासन खुलेआम भाजपा का समर्थन कर रहा है और चुनाव आयोग मूकदर्शक बनकर बैठा है.' उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को हार का इतना डर था कि उन्होंने निष्पक्ष चुनाव की संभावनाओं को ही खत्म कर दिया. अखिलेश यादव ने दावा किया, 'यह भाजपा का चुनाव जीतने का तरीका है. चुनाव आयोग मर चुका है   और हमें सफेद कपड़े भेंट करने होंगे.'

निष्पक्ष चुनाव की मांग

अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की. उनका कहना था कि लोकतंत्र में जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया बेहद जरूरी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग इस मामले में कठोर कदम उठाएगा और चुनाव प्रक्रिया को सही दिशा में ले जाएगा.