Uttar Pradesh Rains: भीषण गर्मी के बाद गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य में बारिश हुई. इससे मौसम ठंडा हो गया है. तेज बारिश से कई घटना हुई जिसमें पांच महिलाओं समेत कम से कम 22 लोगों की जान चली गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवार को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. उन्होंने अधिकारियों को बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक राज्य में हुई भारी बारिश और आंधी के कारण जान-माल और फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तुरंत सर्वे करने का निर्देश दिया.
राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, 13 लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई, जबकि बाकी की मौत तेज हवाओं के कारण दीवार या छत गिरने से हुई. एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि 36 जिलों में बारिश दर्ज की गई, जबकि कानपुर देहात, फतेहपुर, फिरोजाबाद, कन्नौज, संत कबीर नगर, सीतापुर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, अमेठी, बाराबंकी और बलिया सहित 11 जिलों से मौतें हुई हैं.
चार जिलों में तूफान में कम से कम नौ मवेशी मारे गए. सीएम ने सभी जिलाधिकारियों, एसडीएम और तहसीलदारों को तुरंत प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और सर्वे करने का निर्देश दिया. इस सर्वे के परिणाम संबंधित विभाग को प्रस्तुत किए जाएं, ताकि 24 घंटे के भीतर किसानों के खातों में सीधे मुआवजा बांटा जा सके.
सीएम ने कहा, 'आकाशीय बिजली, तूफान, भारी बारिश या ओलावृष्टि के कारण जानमाल के नुकसान की स्थिति में प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत राशि वितरित की जाए.' उन्होंने कहा कि घायलों को शीघ्र और पर्याप्त चिकित्सा उपचार मिलना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को खरीद केंद्रों और मंडियों में गेहूं का सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.
सीएम योगी ने आगे कहा कि जिन स्थानों पर जलभराव हुआ है, वहां जल निकासी सुनिश्चित की जानी चाहिए. सीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि मुआवजा प्रक्रिया में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि अपने कर्तव्यों की उपेक्षा करने वाले किसी भी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने कहा कि केवल उन्हीं किसानों को मुआवजा दिया जाएगा, जिनकी बाढ़, ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण कम से कम 33% फसल का नुकसान हुआ है. इस बीच, लखीमपुर खीरी के खजुहा गांव में बुधवार शाम को भीषण आग लग गई, जिसमें कई बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई.
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने अधिकारियों को तत्काल सर्वे करने और बिना देरी के रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. डीएम ने कुछ ही घंटों में त्वरित कार्रवाई करते हुए आग से प्रभावित किसानों को बहुत जरूरी राहत प्रदान की. गुरुवार को उन्होंने लखीमपुर सदर, मितौली और गोला तहसील के किसानों को सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार उनकी फसल के नुकसान के लिए चेक वितरित किए.