'2027 में देखिएगा क्या होता है...', हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास ने बढ़ाई BJP की टेंशन
राजूदास फैजाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी की हार पर अपना मत दे रहे थे. इसी दौरान डीएम भी वहां पहुंचे. दोनों के बीच इसी दौरन बहस हुई. मंत्रियों ने उन्हें साथ भोजन करने के लिए कहा, लेकिन डीएम होटल से चले गए. डीएम नीतीश कुमार महंत राजू दास के चुनाव के दौरान प्रशासन के खिलाफ दिए बयानों से बेहद नाराज बताए जा रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में बीजेपी यूपी में अच्छी प्रदर्शन नहीं कर पाई. अयोध्या में मिली हार ने पार्टी के नेताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया. हार की समीक्षा चल रही है. इस बीच हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास के बयान ने माहौल और गर्म कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास और जिलाधिकारी के बीच बहसबाजी हुई है. दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
राजूदास ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन उनकी हत्या कराना चाहता है. इसी कारण उनकी सुरक्षा वापस ली गई है. बीजेपी की हार पर कुछ दिन पहले राजूदास का एक बयान इंटरनेट पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने पार्टी की हार के कारणों में प्रशासन की कार्यशैली को भी जिम्मेदार बताते हुए अधिकारियों के प्रति अनुचित शब्द कहे थे. उन्होंने कहा था कि यहां कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जा रही तो ऐसा होगा ही.
2027 में देखिएगा क्या होता है...
महंत राजू दास ने कहा है कि समाजवादी मानसिकता के अधिकारी हैं, मैं समीक्षा में अपनी बात कहने गया था. उन्होंने कहा कि मेरा गनर ले लिया और मेरी हत्या की जा सकती है. जब कार्यकर्ता पीटे जाएंगे और उनकी सुनी नहीं जाएगी तो यही होगा. ये तो अभी ट्रेलर है 2027 में देखिएगा क्या होता है.
मंत्रियों के समाने डीएम से बहस
बताया जा रहा है कि राजूदास फैजाबाद लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी की हार पर अपना मत दे रहे थे. इसी दौरान डीएम भी वहां पहुंचे. दोनों के बीच इसी दौरन बहस हुई. मंत्रियों ने उन्हें साथ भोजन करने के लिए कहा, लेकिन डीएम होटल से चले गए. डीएम नीतीश कुमार महंत राजू दास के चुनाव के दौरान प्रशासन के खिलाफ दिये बयानों से बेहद नाराज थे और इसी के चलते उन्होंने महंत राजू दास के साथ बैठने से इनकार किया.