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तलवार पसंद करने वाले सलवार पहनकर देश से चले जाएं: संजय निषाद ने फिर दिया विवादित बयान

उन्होंने अपने भाषण में कहा, 'मुगलों ने जब गर्दन पर तलवार रखी तो जो कायर थे वह धर्म बदल लिए, जो डर गए वह मर गए. जो अपनी बहन बेटी नहीं बचा पाए, वह अपने घर पर हरे रंग का झंडा टांग लिया. हम अपने पुरखों पर नाज करते हैं कि उन्हें गर्दन कटना स्वीकार किया लेकिन अपनी बहन बेटी की इज्जत नहीं बेचा. अपना घर हरे रंग का झंडा नहीं लगाया, जिसे व्यवहार पसंद रहेगा वह भारत में रहेगा जिसे सलवार पसंद है वह सलवार पहनकर इस देश से चले जाएं.'

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Sanjay Nishad again gave a controversial statement about Aurangzeb in Ghazipur

औरंगजेब पर छिड़ा विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अब यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मुगलों ने गर्दन पर तलवार रखी, जो कायर थे उन्होंने धर्म बदल लिया, जिसे तलवार पसंद है वह सलवार पहनकर देश से चला जाए. गुरुवार को संवैधानिक अधिकार यात्रा के दौरान जौनपुर के बदलापुर में उन्होंने यह बात कही. जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.

जो कायर थे वो धर्म बदल लिए

उन्होंने अपने भाषण में कहा, 'मुगलों ने जब गर्दन पर तलवार रखी तो जो कायर थे वह धर्म बदल लिए, जो डर गए वह मर गए. जो अपनी बहन बेटी नहीं बचा पाए, वह अपने घर पर हरे रंग का झंडा टांग लिया. हम अपने पुरखों पर नाज करते हैं कि उन्हें गर्दन कटना स्वीकार किया लेकिन अपनी बहन बेटी की इज्जत नहीं बेचा. अपना घर हरे रंग का झंडा नहीं लगाया, जिसे व्यवहार पसंद रहेगा वह भारत में रहेगा जिसे सलवार पसंद है वह सलवार पहनकर इस देश से चले जाएं.'

7 दरोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाकर यहां तक पहुंचा हूं
इससे पहले संजय निषाद ने सुल्तानपुर यात्रा के दौरान भी विवादित बयान दिया था. प्रतापपुर कमैचा ब्लॉक के अंतर्गत मदारडीह में उन्होंने कहा था, 'मुझे सब मालूम है कौन फर्जी फंसा रहा है. सात दरोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाकर उन्हें गड्ढे में फिकवाकर तब डॉक्टर संजय यहां तक पहुंचा है. आप लोगों की कमी है आप तुरंत हमें बताते नहीं हो. मैं 5 मिनट में मुख्यमंत्री को सूचना दे दूं, पांच मिनट में ही सही हो जाए. मेरा मोबाइल नंबर सबके पास है, नहीं है तो नेट से निकाल लो. हमें एसएमएस भेज दो, फोन नहीं करो  खाली लिखकर भेज दो. हमारे साथ अन्याय हो रहा. मैं किसी पीए से नहीं बतलाता हूं. एक बार डीएम से एसपी को और पांच मिनट में रिप्लाई नहीं आया तो सीएम के यहां भेज देता हूं.'