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जुमे की नमाज से पहले संभल में हाई अलर्ट, 5 जिलों में पुलिस की कड़ी नजर, चप्पे-चप्पे पर खाकी वर्दी

Sambhal on high alert: 19 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के कोर्ट-आदेशित सर्वे के बाद तनाव बढ़ गया था. दावा किया गया था कि मस्जिद की जगह पहले हरिहर मंदिर था. इसके बाद 24 नवंबर को हिंसा भड़क उठी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई और कई घायल हो गए.

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Edited By: Babli Rautela
Sambhal on high alert
Courtesy: X

Sambhal on high alert: शुक्रवार की नमाज से पहले संभल शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. पुलिस ने शाही जामा मस्जिद और आस-पास के इलाकों में फ्लैग मार्च किया, ताकि इलाके में शांति व्यवस्था बनी रहे. 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद पहली बार गुरुवार को बाजार खुले, जिसके बाद व्यापारियों ने नुकसान की शिकायत की.  

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्रा के नेतृत्व में पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया. ASP ने कहा, 'स्थिति शांतिपूर्ण और कंट्रोल में है. हमने पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया है.'  

क्यों हुई संभल में हिंसा   

19 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के कोर्ट-आदेशित सर्वे के बाद तनाव बढ़ गया था. दावा किया गया था कि मस्जिद की जगह पहले हरिहर मंदिर था. इसके बाद 24 नवंबर को हिंसा भड़क उठी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई और कई घायल हो गए. शुक्रवार को कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसमें दोनों पक्षों को अपनी दलीलें देने का मौका मिलेगा.  

व्यापारियों को भारी नुकसान  

हिंसा के बाद से व्यापारियों को बड़े आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. सर्राफा व्यापारी अजय कुमार गुप्ता ने बताया, 'शादी का सीजन होने के बावजूद ग्राहक नहीं आ रहे हैं. हमारी बिक्री लगभग बंद हो गई है.' इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार कुशनावाज ने कहा कि हिंसा के कारण कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है.  


  पुलिस ने दंगाइयों की पहचान के लिए CCTV फुटेज का उपयोग किया है और अब तक 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हिंसा से जुड़े 2,750 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही सात FIR भी दर्ज की गई हैं.  

धार्मिक नेताओं ने की शांति की अपील  

स्थानीय प्रशासन ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर नमाज के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की. शाही जामा मस्जिद के इमाम आफताब हुसैन वारसी ने कहा, 'अल्लाह से प्रार्थना है कि पहले की तरह शांति बनी रहे.' शहर काजी मोहम्मद अलाउद्दीन अजमली ने लोगों से अपील की कि वे अपने इलाकों की मस्जिदों में ही नमाज अदा करें.'  

व्यापार संघ के अध्यक्ष राजीव वार्ष्णेय ने कहा, 'हिंसा से व्यापारी सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. प्रशासन को सुरक्षा के बेहतर इंतजाम करने चाहिए ताकि लोग बाहर आकर कारोबार कर सकें.'  


 
घटना के बाद इलाके में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है, लेकिन लोग अभी भी अनिश्चितता और भय के माहौल में हैं. पुलिस और प्रशासन की कोशिश है कि इलाके में फिर से शांति और विश्वास बहाल हो सके.