उत्तर प्रदेश के संभल जिले में ईद, नवरात्रि और रामनवमी से पहले पीस कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में संभल के डिप्टी एसपी अनुज चौधरी और एडिशनल एसपी श्रीशचंद्र शामिल हुए. वहीं, इस बैठक का मकसद कई धर्मों और समुदायों के बीच शांति और भाईचारे को बढ़ावा देना था, लेकिन सीओ अनुज चौधरी के एक बयान ने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया.
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में बैठक के दौरान, सीओ अनुज चौधरी ने कहा, "अगर आपको ईद की सेवइयां खिलानी हैं तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी. एक पक्ष खाता है और दूसरा नहीं खाता, तो भाईचारा खत्म हो जाता है. उनके इस बयान को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ. हालांकि, कुछ लोगों ने इसे भाईचारे का संदेश माना, जबकि कुछ ने इसे विवादास्पद समझा है.
संभल CO अनुज चौधरी ने कहा –
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) March 26, 2025
"अगर मेरा व्यक्तव्य इतना गलत था तो उसे हाईकोर्ट–सुप्रीम कोर्ट में क्यों चैलेंज नहीं किया। मुझे सजा करवाते"
"आप यदि ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हो तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी" pic.twitter.com/Q4J1DH0GPX
भाईचारे की बात करते हुए CO ने दिया स्पष्टीकरण
सीओ अनुज चौधरी ने इस दौरान यह भी कहा कि "हम एक-दूसरे की चीजें न खाकर भाईचारे को खत्म कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा, "हम यहां किसी का पक्ष नहीं ले रहे, हम सिर्फ शांति बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनका बयान इतना गलत था, तो उसे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती क्यों नहीं दी गई? "मुझे सजा दिलवानी चाहिए थी, अगर मैं गलत था.
प्रशासनिक जिम्मेदारी पर जोर
सीओ अनुज चौधरी ने यह भी कहा कि प्रशासनिक सेवा में रहते हुए उनका काम शांति बनाए रखना और किसी भी समस्या का समाधान करना है. उन्होंने ये भी साफ किया कि अगर कोई समस्या पैदा होती है, तो उसे सभी को मिलकर सुलझाना होगा.
संभल में दंगे पर टिप्पणी
सीओ अनुज चौधरी ने संभल में हालिया दंगों के बारे में भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि, "पिछले संभल को छोड़कर यूपी के किसी भी जिले में कोई बवाल नहीं हुआ है." उन्होंने यह भी कहा कि दंगों में ढाई हजार लोगों का नाम था, लेकिन कोई भी व्यक्ति बिना सबूत के जेल नहीं गया. उनका कहना था कि ऐसा नहीं है कि किसी के साथ गलत किया गया हो.