तुम नकाब में रहो... वाले पोस्टर को लेकर बरेली में बवाल, दो समुदाय में खूनी संघर्ष
Bareilly news: बारादरी इलाके में मौर्य वाली गली और और बुखारपुरा में जमकर हंगामा हुआ है. हिंदू संगठनों ने अंजुमनों को रोक दिया. उन्होंने नारेबाजी करते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय ने हमारी कांवड़ यात्रा नहीं निकलने दी थी. इसलिए हम भी इधर से नहीं जाने देंगे. हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे मामले को काबू में कर लिया है.
यूपी के बरेली में मोहम्मदी के जुलूस को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए. बारादरी इलाके में मौर्य वाली गली और और बुखारपुरा में जमकर हंगामा हुआ है. हिंदू संगठनों ने अंजुमनों को रोक दिया. उन्होंने नारेबाजी करते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय ने हमारी कांवड़ यात्रा नहीं निकलने दी थी. इसलिए हम भी इधर से नहीं जाने देंगे.दरअसल रात में UP,SSF, PAC के अलावा 5 थानों की पुलिस फोर्स और दो सीओ घटनास्थल पर पहुंचे. SP सिटी और कमांडेंट भीड़ को समझाने में जुटे रहे.
वहीं मामला सामने आने के बाद भाजपा नेता संजीव शर्मा उर्फ दद्दा, राजेश, राजकिशोर, राजेंद्र और अन्य लोग भी उस जगह पर पहुंचे. यहां पहले से ही हिंदु पक्ष के लोगों की भीड़ थी. बीजेपी नेता संजीव शर्मा ने पुलिस अफसरों और हिंदू पक्ष से बात की. संजीव शर्मा ने कहा कि हमने मोहर्रम पर 3 दशक पुराना विवाद निपटाते हुए पीपल की डाल को कटवाकर तीन माह पहले विवाद निपटा था.
क्या है पूरा मामला?
बाराबफात के जुलूस की अंजुमन निकालने को लेकर दो समुदाय के लोग आए आमने सामने आए. जहां जुलूस का रास्ता रोक कर बैठे हिन्दू समुदाय के लोगों ने नारेबाजी की. हिंदू पक्ष ने जुलूस में शामिल अंजुमनों के साथ सैकड़ों की तादाद में मुस्लिम पक्ष लोगों का रास्ता रोका है. हिन्दू पक्ष का कहना है कि कांवड़ यात्रा पर मुस्लिम पक्ष के लोगों ने रोक लगाई थी. वहीं इस बार प्रशासन ने नए रूट से जुलूस निकाला. नए रूट पर हिंदू डीजे का विरोध करने लगे. जिसके बाद मुस्लिम पक्ष के आयोजकों ने हिंदू इलाके में डीजे नहीं बजाया. नए वाले रास्ते पर बुखारपुरा से बुध मस्जिद होते हुए जुलूस निकाला गया. यह रूट जगतपुर चौकी से जवाहर स्कूल तक है.
परम्परागत रास्तों से निकलने का मैसेज
सभी अंजुमनों की परम्परागत रास्तों से निकलने का मैसेज पहले ही दे दिया था लेकिन प्रशासन ने नए रास्तों से निकलावाया. ईद मिलादुन्नबी का जश्न बरेली में कल और आज यानी 16 सितंबर को मनाया जा रहा है. जिसके लिए घरों, बाजारों और गलियों को सजाया गया है.