ई-रिक्शा पकड़ा और मांगी 50 हजार की रिश्वत, परेशान होकर चालक ने लगा ली फांसी

Chitrakoot Crime News: रिक्शा पकड़ने के बाद पीटीओ अधिकारी ने चालक से कागज की मांग की. चालक ने कहा कि उसके सभी कागज घर पर हैं.

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Chitrakoot Crime News: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में एक चालक ने मजबूर होकर अपनी जान दे दी. चालक ने अपने घर पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. पीड़िता की पत्नी ने इस घटना को लेकर कहा, "उनके पति को यात्रीकर अधिकार यानी PTO ने पकड़ लिया था. इसके बाद उनके रिक्शे को कोतवाली में खड़ा कर दिया गया. मेरे पति चिल्ला-चिल्लाकर कह रहे थे कि मेरा रिक्शा क्यों पकड़ है. छोड़ दो नहीं तो मैं मर जाऊंगा."

पत्नी ने आरोप लगाया कि पीटीओ ने उनके पति से रिक्शा छोड़ने के लिए 50 रुपये की मांग की थी. इससे वह परेशान हो गए थे. इसके बाद देर रात ई-रिक्शा चालक ने आत्महत्या कर ली. यह घटना एसडीएम कालोनी के पास की है. 

पत्नी ने अधिकारी पर लगाया घूंस मांगने का आरोप

रिक्शा चालक का नाम फूलचंद जायसवाल था. बुधवार की शाम 6 बजे के आसपास वह रिक्शा चला रहा थे तभी पीटीओ दीप्ति त्रिपाठी ने उन्हें पकड़ लिया और कागज मांगे. फूलचंद ने बताया कि उन्होंने यह रिक्शा सेकेंड हैंड खरीदा है. कागज घर में है बाद में दिखा दूंगा. लेकिन पीटीओ ने नहीं सुना और फूलचंद को कोतवाली में बंद कर दिया. इसके बाद फूलचंद सभासद शंकर यादव के पास गए और रिक्शा छुड़वाने की पैरवी करने को कहा. इसके बावजूद उनका रिक्शा पीटीओ ने छोड़ा. 

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

फूलचंद की पत्नी ने बताया कि 40 हजार रुपये उधार लेकर बैटरी लगवाई थी. यह बात उन्होंने पीटीओ को भी बताई. लेकिन उन्होंने नहीं सुनी. इसके बाद वह परेशान होकर घर लौट आए और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. 

इस मामले को लेकर कोतवाली प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है. इस मामले की जांच की जा रही है और अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है. जांच के बाद इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी साझा की जाएगी.