Ram Ramapati Bank Kashi: काशी, जिसे वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, अपनी प्राचीन संस्कृति और धार्मिक महत्व के लिए विश्व प्रसिद्ध है. गंगा नदी के पावन तट पर बसा यह शहर अपनी अनूठी संस्कृति के लिए जाना जाता है. इस अनोखे शहर का का एक अनोखा बैंक है जिसका नाम है राम रमापति बैंक. यह बैंक किसी भी तरह की वित्तीय सेवाएं नहीं देता और न ही धन का लेन-देन करता है. इसके बजाय, यहाँ भगवान राम के नाम का लेन-देन होता है, जो इसे एक अनोखा धार्मिक स्थल बनाता है.
राम रमापति बैंक की नींव 1926 में दास छन्नूलाल ने रखी थी. वे भगवान राम के परम भक्त थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन भगवान् राम की भक्ति में समर्पित कर दिया. इस बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य लोगों को राम नाम के जाप और लेखन के माध्यम से भगवान राम की भक्ति से जोड़ना थे. दास छन्नूलाल का मानना था कि राम नाम का जाप जीवन में शांति और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है.
राम नाम का अनोखा लेन-देन
राम रमापति बैंक में कोई साधारण लेन-देन नहीं होता. यहां लोग भगवान राम का नाम जपते हैं और उसे कागज पर लिखते हैं. इसके बाद, लिखित राम नाम को बैंक में जमा किया जाता है. बैंक के कर्मचारी इन राम नामों को गिनते हैं और उनका रिकॉर्ड रखते हैं. अब तक इस बैंक में 19 अरब से अधिक राम नाम जमा हो चुके हैं.
आस्था और विश्वास का प्रतीक
काशी के लोगों के लिए राम रमापति बैंक आस्था का एक बड़ा केंद्र है. स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां राम नाम का जाप और लेखन करने से उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और