UP Raja Bhaiya: प्रतापगढ़ कुंडा से विधायक राजा भैया और जनता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को समर्थन न देने का ऐलान किया है. रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का कहना है कि उनकी पार्टी इस लोकसभा चुनाव में किसी दल का समर्थन नहीं करेगी. कुंडा विधायक का कहना है कि उनसे सपा-बसपा और भाजपा ने समर्थन देने का आग्रह किया था लेकिन उनके समर्थकों ने किसी भी पार्टी का समर्थन ना करने की मांग की थी. मंगलवार को चुनावी बैठक को संबोधित करने पहुंचे राजा भैया ने क्षेत्र की जनता से योग्य प्रत्याशी को वोट देने की अपील की है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर कुंडा और बाबागंज विधानसभा की जनता जीत हार तय करने में बड़ी भूमिका निभाती है.
पिछले हफ्ते राजा भैया ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. उनकी मुलाकात के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि राजा भैया अपने प्रभाव वाली सीटों पर भाजपा को समर्थन दे सकते हैं. हालांकि आज की बैठक में उन्होंने साफ कर दिया कि वे किसी भी राजनीतिक दल को अपना समर्थन नहीं देंगे.
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने साल 2018 में जनसत्ता लोकतांत्रिक दल का गठन किया था. अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने दो प्रत्याशी उतारे थे. राजा भैया ने पूर्व में सांसद रहे अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी को प्रतापगढ़ और कौशांबी सीट से पूर्व सांसद रहे शैलेंद्र कुमार को टिकट दिया था. हालांकि यह दोनों ही लोग हार गए थे. इसके बाद साल 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में 24 उम्मीदवार उतारे जिनमें दो लोग ही जीतने में कामयाब रहे. कुंडा से खुद राजा भैया और बाबागंज से विनोद सरोज. लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर साल 2004 में राजा भैया का समर्थन वाला उम्मीदवार अंतिम बार जीता था.
राजा भैया पहले से ही अपनी पत्नी भानवी सिंह से विवाद के कारण मुश्किलों में घिरे हुए हैं. उनकी पत्नी ने साकेत कोर्ट में उन पर मुकदमा दर्ज कराया है. राजा भैया अपनी पत्नी से तलाक चाहते हैं लेकिन उनकी पत्नी ऐसा करने से मना कर रही हैं.