शादी के बंधन में बंधने जा रहीं सांसद प्रिया सरोज और क्रिकेटर रिंकू सिंह में किसकी उम्र है ज्यादा, कौन कितना पढ़ा-लिखा?
क्रिकेटर रिंकू सिंह और समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज की शादी की खबरें इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों का रिश्ता लगभग तय है, और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के खत्म होने के बाद इनकी सगाई लखनऊ में हो सकती है.
क्रिकेटर रिंकू सिंह और समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज की शादी की खबरें इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों का रिश्ता लगभग तय है, और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के खत्म होने के बाद इनकी सगाई लखनऊ में हो सकती है. जब मामला शादी तक पहुंच ही गया है तो दोनों की उम्र और उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में भी जान लेते हैं.
सांसद और पेशेवर वकील
वाराणसी में 1998 में जन्मीं प्रिया सरोज मात्र 25 साल की उम्र में मछलीशहर से समाजवादी पार्टी की सांसद बनीं. इसके साथ ही वह एक पेशेवर वकील भी हैं. प्रिया की शिक्षा की बात करें तो उनकी प्रारंभिक पढ़ाई नई दिल्ली के एयर फ़ोर्स गोल्डन जुबली इंस्टीट्यूट से हुई. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीए) में ग्रेजुएशन और एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा से बैचलर ऑफ लॉ (LLB) किया.
पारिवारिक पृष्ठभूमि
प्रिया सरोज के पिता तूफानी सरोज, उत्तर प्रदेश में लगातार तीन बार सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में विधायक हैं और उनके पिता और मां के नाम पर 6 बंदूकें हैं. वहीं प्रिया के पिता के नाम पर एक 25 हजार रुपए की रिवाल्वर, 38 हजार रुपए की राइफल और एक 30 हजार रुपए की रिपिटर है. उनकी मां के नाम पर एक 65 हजार रुपए की रिवाल्वर, एक 40 हजार रुपए की राइफल और 20 हजार रुपए की एक डीबीबीएल बंदूक है. प्रिया सरोज की संपत्ति की बात करें तो उनकी नेटवर्थ 11 लाख रुपए है जब कि उनके पिता की नेट वर्थ 6 करोड़ 55 लाख रुपए है.
अब बात रिंकू सिंह की
रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रहने वाले हैं. क्रिकेट की पिच पर धमाका कर रहे रिंकू सिंंह बेहद कम पढ़े लिखे हैं. 27 साल के रिंकू केवल आठवीं पास हैं. यानी वह अपनी होने वाली पत्नी से एक साल बड़े हैं. जहां एक ओर प्रिया सरोज की पढ़ाई और राजनीतिक पृष्ठभूमि उन्हें चर्चा में लाती है, वहीं रिंकू सिंह का खेल करियर और सादगी दोनों ही प्रशंसा पाते हैं. यह शादी न केवल निजी संबंधों का उदाहरण बनेगी, बल्कि अलग-अलग पृष्ठभूमियों के मेल का भी प्रतीक होगी.