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India Daily

वीकेंड पर महाजाम से जूझ रहा प्रयागराज, महाकुंभ की भीड़ से रेंग-रेंग कर चल रही गाड़ियां

प्रयागराज में वर्तमान में अत्यधिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. शहर में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी हुई हैं. इस भीषण जाम से निकलकर सभी श्रद्धालु महाकुंभ के त्रिवेणी संगम में स्नान करने की आकांक्षा रखते हैं.

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Edited By: Ritu Sharma
Mahakumbh 2025
Courtesy: Social Media

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ का अंतिम रविवार आस्था और आक्रोश दोनों लेकर आया. भारी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने से पूरे शहर में महाजाम लग गया है. प्रयागराज के सभी प्रवेश मार्गों पर लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. हर कोई किसी भी तरह संगम पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाना चाहता है, लेकिन प्रशासन के लिए इस अभूतपूर्व भीड़ को संभालना बड़ी चुनौती बन गया है.

बता दें कि शनिवार से ही शहर में जाम की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन रविवार को यह हालात और विकराल हो गए. अनुमान के मुकाबले कहीं अधिक श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे, जिससे यातायात पूरी तरह प्रभावित हो गया.

हजारों गाड़ियां फंसी, श्रद्धालु कर रहे पैदल सफर

आपको बता दें कि शनिवार को संगम के मुख्य प्रवेश मार्गों पर तीन से पांच किलोमीटर लंबा जाम देखने को मिला. डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सेतु चौराहे पर भारी वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं. मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर रीवा-चाकघाट क्षेत्र में भी हजारों वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहे.

वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने बाहरी वाहनों की एंट्री बंद कर दी है. प्रयागराज के सातों एंट्री पॉइंट्स पर गाड़ियों को रोक दिया जा रहा है और श्रद्धालुओं को बाहर ही पार्किंग में वाहन खड़े करने के निर्देश दिए गए हैं. संगम तक पहुंचने के लिए लोगों को 10-12 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है, जिससे कई श्रद्धालुओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

महाशिवरात्रि से पहले उमड़ा आस्था का महासागर

महाशिवरात्रि के अवसर पर होने वाले अंतिम स्नान से पहले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. शनिवार तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे, जो कि किसी भी धार्मिक आयोजन में अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी मानी जा रही है. शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी त्रिवेणी में डुबकी लगाई. रविवार को एक बार फिर सीएम योगी प्रयागराज पहुंचेंगे और वे शंकराचार्य विजयेन्द्र सरस्वती से मुलाकात करेंगे.

नेपाल से 50 लाख श्रद्धालुओं ने किया स्नान

बताते चले कि महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता केवल भारत तक सीमित नहीं रही, बल्कि दुनियाभर के श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं. नेपाल से अब तक 50 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. इसके अलावा, भूटान नरेश नामग्याल वांगचुक समेत 73 देशों के राजनयिक भी महाकुंभ के विभिन्न अमृत स्नानों में हिस्सा ले चुके हैं.

प्रशासन के लिए चुनौती बनी भीड़

महाकुंभ में इतनी भारी भीड़ का उमड़ना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. हालांकि, सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं, फिर भी इतनी विशाल भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल साबित हो रहा है. प्रशासन का अनुमान था कि 45 करोड़ लोग इस आयोजन में हिस्सा लेंगे, लेकिन अब तक यह संख्या 60 करोड़ को पार कर चुकी है, जिससे व्यवस्थाओं पर भारी दबाव पड़ रहा है.

आखिरी दिनों में और बढ़ेगी भीड़

महाकुंभ के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है. पिछले 41 दिनों में 23 दिन ऐसे रहे जब एक करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया. इनमें से सात दिनों में तो यह आंकड़ा दो करोड़ को पार कर गया. प्रशासन को उम्मीद है कि आखिरी चार दिनों में भी यही सिलसिला जारी रहेगा और संगम में डुबकी लगाने वालों की संख्या नया रिकॉर्ड बना सकती है.

बहरहाल, प्रयागराज में महाकुंभ अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था थमने का नाम नहीं ले रही. ऐतिहासिक स्तर पर उमड़ी भीड़ ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया है. हालांकि, यातायात और सुरक्षा को लेकर प्रशासन को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है, जिससे प्रयागराज में धार्मिक उत्साह अपने चरम पर रहेगा.