आज देशभर में विभाजन विभीषिका दिवस मनाया जा रहा है. साल 1947 में देश की आजादी के साथ ही हुए बंटवारे के दौरान हुई दुखद घटनाओं को आज याद किया जा रहा है. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि अरविंद का जिक्र करते हुए कहा है कि उन्होंने कहा था कि या तो पाकिस्तान का भारत में विलय हो जाएगा या फिर वह इतिहास से ही समाप्त हो जाएगा. सीएम योगी ने कहा कि जब साल 1947 में देश की आजादी का जश्न मनाया जा रहा था तो लाखों लोग अपने घर को छोड़ने को मजबूर हो रहे थे और तरह-तरह के कुकृत्य हो रहे थे. योगी ने कहा कि हमारी कुछ कमजोरियों ने आक्रांताओं को देश के अंदर आक्रमण करने के लिए एक स्पेस दिया.
लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'विभाजन की त्रासदी हमें तमाम बातें याद दिलाती है. आखिर क्या कारण था कि दुनिया का एक सनातन राष्ट्र हजारों-हजार वर्षों से एक भारत रहा हो, वह भारत पहले गुलाम हुआ. विदेशी आक्रांताओं द्वारा यहां की संस्कृति को रौंदा गया. फिर जब देश की आजादी का समय आया तो विभाजन की त्रासदी का सामना करना पड़ा. जो काम किसी युग में नहीं हुआ, वह दुर्भाग्य से कांग्रेस की सत्ता लोलुपता ने करवा दिया. स्वतंत्र भारत को ऐसा नासूर दे दिया जो आज भी आतंकवाद, उग्रवाद के रूप में दंश दे रहा है.'
लखनऊ में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर आयोजित कार्यक्रम में... https://t.co/CfrGpY5fNT
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 14, 2024
सीएम योगी ने महर्षि अरविंद की बातों को याद करते हुए कहा, 'ये लोग लगातार बांटो और राज करो की राजनीति के तहत काम करते रहे. असल में ये लोग भारत की सत्ता का नेतृत्व नहीं कर रहे थे बल्कि इन लोगों ने अंग्रेजों के मानस पुत्रों के रूप में काम करना शुरू कर दिया. हमारा संकल्प है कि महर्षि अरविंद ने जो 1947 के पहले घोषणा की थी कि आध्यात्मिक जगत में पाकिस्तान कोई वास्तविकता नहीं है या तो उसका भारत में विलय होगा या फिर पाकिस्तान हमेशा के लिए समाप्त होगा. आध्यात्मिक जगत में जिसका कोई अस्तित्व नहीं है, उसको नष्ट ही होना है. इसे संदेह की निगाहों से नहीं देखना चाहिए. इसके लिए हमें भी अपने आप को तैयार करना होगा. '
इस मौके पर सीएम योगी ने अपने ट्वीट में लिखा, ''विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आज लखनऊ में आयोजित 'विभाजन विभीषिका स्मृति मौन पदयात्रा' एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ. मजहबी उन्माद के चलते मातृभूमि के हुए दुःखद विभाजन की इस अमानवीय त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को विनम्र श्रद्धांजलि! पूरा देश विभाजन की त्रासदी के काले अध्यायों को आज स्मरण कर रहा है. इस क्रूर-वीभत्स असहनीय यातना के साक्षी सभी नागरिकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.'