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अब ‘मौनी बाबा’ आए महाकुंभ, डायरी में लिखकर देते हैं हर जवाब

महाकुंभ में आस्था का सैलाब नजर आ रहा है. हर कोई अपने तरीके से अपनी आस्था को निभाता नजर आ रहा है. इस क्रम में एक मौनी बाबा नजर आएं हैं. जिन्होंने पिछले 6 सालों से एक शब्द नहीं कहा है. वह अपने दैनिक जीवन की जरूरत की बातें डायरी पर लिखकर करते हैं.

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Mauni Baba in MahaKumbh: प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ मेला लग चुका है. इस मेल में दुनिया भर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. पूरे मेले में आस्था का सैलाब नजर आ रहा है. नागा साधु से लेकर देश के कोने-कोने से साधु-संत ने यहां बैठकी लगा रखी है. वहीं कुछ लोग कुंभ केवल संतो का जीवन जीने का तरीका देखने के लिए कुंभ पहुंच रहे हैं. 

महाकुंभ में कई तरह के बाबा अबतक नजर आ चुके हैं. जिसमें से IIT बाबा, कांटे वाले बाबा और चिमटा वाले बाबा ने खुब सुर्खियां बटोरी है. अब मेले से एक नए बाबा की कहानी लोगों को बेहद प्रभावित कर रही है. ये बाबा एक ऐसे संत हैं जिन्होंने पिछले 6 वर्षों से मौन धारण किया है. मौनी बाबा अपने दैनिक जीवन की बातें डायरी में लिखकर करते हैं. 

कौन हैं मौनी बाबा?

प्रयागराज में नजर आ रहे है मौनी बाबा का असली नाम निरंजनी हरिओम भारती बताया जा रहा है. मिल रही जानकारी के मुताबिक बाबा महाकुंभ में पंचायती अखाड़े के केदार धाम से आए हैं. बाबा के आश्रम में तीनों वक्त का भंडार चलाया जादता है. हालांकि बाबा के व्रत के खत्म होने की जानकारी किसी को भी नहीं है.मीडिया से बात करते हुए बाबा ने इस व्रत के खत्म होने के सवाल पर अपनी डायरी में लिखते हुए जवाब दिया कि यह व्रत अनिश्चितकाल के लिए है.

उन्होंने अपने आगे की योजना से जुड़े सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि वह शुरूआत से ही महाकुंभ में हैं, अब धीरे-धीरे वह रायपुर की ओर बढ़ेंगे. वहीं पर महाशिवरात्रि का त्योहार मनाए जाने की योजना है. उन्होंने यह भी बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर चुके हैं. उन्होंने अपनी बात पत्र के माध्यम से की है. साथ ही उन्होंने सीएम योगी की तारफी करते हुए उन्हें हठयोगी नहीं बल्कि उनपर भगवान की विशेष कृपा बताई है.

पीएम मोदी पहुंचेंगे महाकुंभ

महाकुंभ  मेले में हर दिन कुछ नया देखने को मिल रहा है. अभी के समय में पूरे प्रयागराज में भक्ति का माहौल है. हर कोई मां गंगा में डुबकी लगा कर खुद को और भी ज्यादा पवित्र महसूस कर रहा है. 144 साल बाद लगा महाकुंभ अब लगभग अपने बीच के अंतराल पर पहुंच चुका है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 5 फरवरी यानी बुधवार को महाकुंभ पहुंचने वाले हैं. इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने इस पावन संगम में डुबकी लगाई है. मेले का समापन 26 जनवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर होना है. उससे पहले  12 फरवरी और 26 फरवरी को अमृत स्नान होने वाला है. जिसमें लाखों श्रद्धालुओं को पहुंचने की उम्मीद है.