नोएडा पुलिस ने किया हनी ट्रैप गिरोह का खुलासा, शातिराना अंदाज में देता था काम को अंजाम; 2 महिला और 3 पुरुष गिरफ्तार
नोएडा पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है. पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोका जा सके.
हनीट्रैप में फंसाने वाले गिरोह का नोएडा की फेस-2 पुलिस ने पर्दाफाश किया है. इस मामले में डीसीपी सेंट्रल नोएडा, शक्ति मोहन अवस्थी ने जानकारी दी कि पुलिस ने एक हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके मास्टरमाइंड सहित तीन पुरुष और दो महिलाएं गिरफ्तार हुए हैं. इन आरोपियों के पास से 70,000 रुपये कैश, 5 मोबाइल फोन और एक क्रेटा कार बरामद की गई है. पुलिस का कहना है कि ये गैंग लोगों को ब्लैकमेल करके पैसे वसूलने का काम कर रहा था.
नोएडा पुलिस के मुताबिक, इस गैंग ने गूगल पर 'Real Meet Girl Delhi' वेबसाइट के जरिएअपने शिकार फंसाते थे. इसके बाद आरोपी अपने शिकार को ऑनलाइन ट्रैप करने के बाद उन्हें यौन संबंधों के झूठे आरोपों में फंसाकर ब्लैकमेल करते थे. जहां पीड़ित व्यक्ति को डर और सामाजिक अपमान के डर से बड़ी रकम देने के लिए मजबूर हो जाता था.
क्या है पूरा मामला?
डीसीपी सेंट्रल नोएडा, शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने गूगल पर "रियल मीट गर्ल्स" सर्च किया था, जिसके बाद कई फोरम्स और वेबसाइट्स पर अपना फोन नंबर डाल दिया था. एक मोबाइल नंबर से उसे व्हाट्सएप पर लड़कियों की तस्वीरें भेजी गईं, और फिर एक लड़की ने कॉल की. इसके बाद लड़की और शिकायतकर्ता ने 23 नवंबर 2024 को नोएडा के यथार्थ हॉस्पिटल के सामने तिकोना पार्क में मिलने का तय किया. जब शिकायतकर्ता अपनी गाड़ी लेकर वहां पहुंचे, तो उन्हें दो लड़कियां मिलीं. मुलाकात के दौरान लड़कियां उनसे अभद्र व्यवहार करने लगीं और 5 लाख रुपये की मांग करने लगीं. इसके बाद धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो वे शोर मचाकर उन्हें फंसा देंगी.
जानिए कैसे हुआ गैंग का पर्दाफाश?
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने आगे कहा कि इसी दौरान दो लड़के उनकी गाड़ी में आकर बैठ गए और ब्लैकमेल करने लगे. उन्होंने शिकायतकर्ता को डराकर और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. जिस पर आरोपियों ने पीड़ित शख्स से 2,40,000 रुपये ऐंठ लिए. इसके बाद भी आरोपी फोन कर पैसे की मांग करते रहे. इससे तंग आकर शिकायतकर्ता ने पुलिस की मदद ली और इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ.
अब तक गैंग 2 दर्जन लोगों को बना चुका है शिकार
नोएडा पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के मास्टरमाइंड लालू यादव और अंजली बैंसला हैं, जो लिव-इन रिलेशनशिप में रहते हैं. ये गिरोह अब तक लगभग दो दर्जन लोगों को शिकार बना चुका था और करीब 25-30 लाख रुपये की उगाही कर चुका था. गिरोह के सदस्य ग्राहकों से 5-10 हजार रुपये में डेट बुक करते थे और बाद में उन्हें ब्लैकमेल कर पैसे मांगते थे.
साइबर अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी पर रहेगी नजर
फेस-2 पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है. इस दौरान पुलिस ने लालू यादव, अंकित, ललित, अंजली बैंसला, सोनिया शामिल हैं. वहीं, पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है. पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोका जा सके.