उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ बीते कई महीनों से चर्चाओं में है. कुकरैल नदी के किनारे बसे अकबर नगर के हजारों घरों को तोड़कर साफ किया जा चुका है. इस कार्रवाई के पूरा होने के बाद दो-तीन अन्य कॉलोनियों में सर्वे शुरू कर दिया गया था. कहा जा रहा था कि नदी के पास बसे इन घरों को भी तोड़ा जाएगा. उसी के बाद से इन इलाकों में विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गए थे. अब सीएम योगी आदित्यनाथ की एक मीटिंग के बाद इन इलाकों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि कुकरैल नदी के किनारे अब ध्वस्तीकरण नहीं किया जाएगा. हालांकि, जिस ट्वीट में इसकी जानकारी दी गई थी अब उसे डिलीट कर दिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ विकास प्राधिकरण, सिंचाई विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों ने लखनऊ के पंत नगर, खुर्रम नगर और अबरार नगर में सर्वे शुरू किया था. नदी के 50 मीटर के दायरे में आने वाले घरों पर निशान भी लगा दिए गए हैं. कहा जा रहा था कि नदी के 50 मीटर के दायरे में आने वाले सभी घरों को तोड़ा जाएगा. हालांकि, अब इस पर रोक लगा दी गई है.
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath assures no demolition of houses along Kukrail river in Pant Nagar, Khurram Nagar, and Abrar Nagar in Lucknow. He emphasized that the current 35-metre width is sufficient; no structures within this range will be affected: Chief Minister's Office…
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 16, 2024
दरअसल, इस मामले में खुद सीएम योगी ने दखल दिया है. उनका कहना है कि नदी की 35 मीटर चौड़ाई पर्याप्त है. ऐसे में किसी भी मौजूदा इमारत को तोड़ने की जरूरत नहीं है. इस फैसले से खुर्रम नगर, अबरार नगर और पंत नगर में खुशी की लहर दौड़ गई है. बता दें कि यहां के लोग कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे. लोग आंख, कान और मुंह बंद करके महात्मा गांधी के तीन बंदरों के अंदाज में भी प्रदर्शन कर रहे थे. इतना ही नहीं, दर्जनों परिवारों के बच्चे भी प्रदर्शन में उतर आए थे. इसके बाद समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लोग भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में उतर आए जिसके चलते सरकार पर भी दबाव बन रहा था.
इससे पहले, लखनऊ में बहने वाली कुकरैल नदी के किनारे बसे अकबर नगर के हजारों घरों को तोड़ा जा चुका है. एक अनुमान के मुताबिक, नदी के डूब क्षेत्र में आने वाले 1100 से ज्यादा घरों को तोड़ा गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण यहां पर एक पार्क बनाएगा. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि नाले में तब्दील हो चुकी कुकरैल नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा. इसी के चलते नदी को अतिक्रमण मुक्त कराया जा रहा है.