भतीजी, भाभी और भाई...लाशें कई, कातिल एक! पढ़ें 6 लोगों के गुनहगार का कच्चा चिट्ठा
अजीत कई दिनों से अपने भाई और उसके परिवार को मारने की प्लान बना रहा था. मारने में आसानी हो इसके लिए खाने में नींद की गोलियां मिलाई.
यूपी के सीतापुर में एक सामूहिक हत्याकांड होता है. इस हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया. एक मकान में रात भर कत्लेआम हुआ. एक ही परिवार के छह लोगों को मार दिया गया. हत्या कोई और नहीं घर का छोटा बेटा है. अजीत सिंह अपने बड़े भाई अनुराग के पूरे परिवार को मार डाला. उसने अपनी मां की भी नहीं बख्शा. आरोपी ने बताया कि उसके भाई अनुराग का पूरा परिवार उसे नकारा समझता था. मुझे अपमानित किया जाता था. यहां तक की मेरे पैसे देने से भी इनकार कर दिया. इसके बाद मैंने गुस्से में सबको मार दिया.
अजीत कई दिनों से अपने भाई और उसके परिवार को मारने की प्लान बना रहा था. 15 दिन पहले केमिस्ट की दुकान पर गया और नींद की गोलियां लेकर आया. गोलियां का इस्तेमाल उसने वारदात वाली रात किया था. उसने खाने में उसे मिलाया पर उस दिन परिवार बाहर से खाना खाकर आ गया. असल में अनुराग, उसकी पत्नी और तीनों बच्चे उस रात बाहर गए थे. घर में अजीत ने उनके पीछे से खिचड़ी में नींद की गोलियां मिला दी. लेकिन जब अनुराग लौटा तो सब ने खाने से मना कर दिया क्योंकि वे डिनर बाहर से कर कर आए थे.
रात के 2 बजे से शुरू किया खूनी खेल
अजीत के प्लान को इससे झटका लगा और इसके बाद वह अपने कमरे में जाकर सो गया. रात के 2 बजे उठा और खूनी खेल शुरू कर दिया. सबसे पहले उसने पहली मंजिल पर बने प्रियंका सिंह व बच्चों के कमरे का बिजली का मेन पावर स्विच ऑफ कर दिया. गर्मी लगने पर प्रियंका सिंह कमरे से बाहर आ गईं. जहां अजीत ने उसे गोली मार दी. गुस्सा इस कदर था कि प्रियंका के चेहरे पर हथौड़े से ताबड़तोड़ वार कर डाले.
मां जागी तो मार डाला
गोली की आवाज से मां जाग गई तो उसने मां को मारा. इसके बाद अनुराग सिंह के कमरे में गया और उसे गोली मार दी. अजीत ने बताया कि उसने बड़ी लड़की अर्ना सिंह को यह समझाने की कोशिश की थी कि उसके पिता अनुराग ने यह सभी हत्याएं कर खुदकुशी कर ली है. लेकिन वह नहीं मानी और चिल्लाने लगी. उसने उसे गोली मारी और छत से फेंक दिया. इसके बाद दो और बच्चे को छत से नीचे फेंक दिया.
सभी के चेहरे पर चोट के निशान
पुलिस ने जांच में पाया कि अजीत ने अनुराग सिंह, प्रियंका सिंह और अर्ना को गोली मारी. सभी छह के चेहरे पर चोट के निशान मिले. अनुराग के सिर में दो गोलियां मारी गई और उसे हथौड़े से भी मारा गया. रात के अंधेरे में अपने ही घर में मौत का कोहराम मचाने के बाद अजीत ने एक-एक कर अपनी पत्नी विभा, रिश्तेदारों और गांव वालों को फोन करना शुरू किया और सबको बताया कि अनुराग भाई ने सबको मारकर खुदकुशी कर ली है.