Nandini Rajbhar Murder Case: 10 दिन पहले ससुर ने की खुदकुशी अब बहु की हत्या, सामने आया जमीन विवाद का एंगल

Nandini Rajbhar Murder Case: नंदिनी राजभर की हत्या में जमीन विवाद का एंगल निकलकर सामने आ रहा है. 29 फरवरी को ससुर बालकृष्ण ने आत्महत्या कर ली थी. उनकी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली थी.

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Nandini Rajbhar Murder Case:  उत्तर प्रदेश में सुभासपा की प्रदेश महासचिव नंदिनी राजभर की हत्या कर दी गई. इस हत्या ने प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है. नंदिनी राजभर अपने घर के कमरे में बिस्तर के नीचे जमीन पर लहूलुहान पड़ी मिलीं. उनके गले पर तेज धार से हमला किया गया था. सूचना मिलने पर मौके पुलिस पहुंच गई है. इस हत्या में जमीन विवाद का एंगल सामने आ रहा है. 

जानकारी के मुताबिक यह मामला जमीन विवाद का है. स्थानीय भू-माफिया ने नंदिनी के ससुर बालकृष्ण की जमीन को बिना पैसा दिए लिखवा लिया है. दवाब में उन्होंने 29  फरवरी को खुदकुशी कर ली. उनकी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली थी. नंदिनी राजभर इस केस में अपने ससुर के साथ मिलकर भू-माफियायों के खिलाफ लड़ रही थीं.

जमीन विवाद का एंगल

आरोपियों ने बालकृष्ण को शराब पिलाकर नशे में उनकी जमीन लिखवा लिया था. इसके बाद पैसे ने दे रहे थे. रजिस्ट्री होने के बाद भी आरोपी बाकी की रकम देने से मना करते रहे. इस बीच जब बालकृष्ण की मौत हो गई तो नंदिनी राजभर विरोध में उतर आईं. वह पुलिस से अपने ससुर की मौत के मामले में जांच की मांग कर रही थी. नंदिनी कोर्ट-कचहरी में पैरवी कर रही थी. इसलिए उसकी हत्या हो गई. 

तीन आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने हत्या के आरोप में  5 आरोपियों में तीन को पकड़ लिया है. पकड़े गए आरोपियों में आनंद यादव, ध्रुव चंद्र यादव और एक महिला शामिल है. बताया गया है कि रविवार को नंदिनी यहां के भाजपा कार्यालय में एक बैठक में शामिल होने के लिए गई थी. शाम को करीब 4 बजे वे अपने घर लौटीं. इस वक्त उनके घर पर पति और इकलौता बेटी नहीं थे. मोहल्ले की कुछ महिलाएं उनके घर में गई थी. जब उन्होंने घर के अंदर का नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए. 

खून से लथपथ मिली लाश

कमरे में नंदिनी की खून से लथपथ लाश पड़ी थी. महिलाएं चीखती हुई बाहर भागीं और मोहल्ले वालों को जानकारी दी. सूचना पर कई थानों का फोर्स में मौके पर पहुंच गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. साथ ही एफएसए की टीम को जांच के लिए बुलाया गया है. पुलिसकर्मियों की लापरवाही की जांच के लिए एडिशनल एसपी बस्ती को जांच सौंप गई है.