Mukhtar Ansari Death: यूपी के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को आज सुपुर्द-ए-खाक कर दिया जाएगा. गुरुवार को बांदा जेल में तबीयत खराब होने के बाद उनकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी शव उनके परिवार को सौंप दिया गया है. मुख्तार अंसारी का शव लेकर 26 गाड़ियों का काफिला गाजीपुर पहुंचा. मुख्तार को शनिवार को मोहम्मदाबाद स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. यूसुफपुर स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी की कब्र उसके पिता सुबहानुल्लाह अंसारी और मां राबिया खातून उर्फ राबिया बेगम की कब्र के ठीक पास खोदी गई है.
मुख्तार अंसारी की कब्र हिंदूओं ने खोदी है. वो उनके बचपन के दोस्त हैं. कब्र खोदने वालों में मुख्तार के बचपन के दोस्त गिरधारी और संजय हैं. गिरधारी अपने दोस्त के जाने से दुखी हैं, गिरधारी बताते हैं कि कल शाम 6 बजे हमें पता चला कि हमारे नेता की तबीयत खराब है. तब से मेरा मन बहुत अशांत हो गया. रात 9 बजे खबर आई कि विधायक जी की निधन हो गई. बोलते-बोलते गिरधारी का गला रुंध गया.
गिरधारी मुख्तार अंसारी के बचपन के दोस्त हैं और मुख्तार अंसारी के जमीन पर ही गिरधारी का मकान बना हुआ है. गिरधारी ने बताया कि उसका दोस्त मुख्तार बहुत खास था लेकिन उसके जाने के बाद सब कुछ खत्म हो गया. भावुक होकर वो कहते हैं कि मैंने नहीं सोचा था एक दिए ऐसा भी आएगा जब अपने हाथों से दोस्त की कब्र खोदनी पड़गी.
कब्र खोदने वाले संजय बताते हैं कि उनके पास अपनी कोई जमीन नहीं थी. विधायक जी ने हमें अपनी जमीन दी. वो हमारा ख्याल रखते थे. बचपन से अब तक उन्होंने हमारे लिए बहुत कुछ किया.
मुख्तार अंसारी को आज सुबह 10 बजे कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. गाजीपुर के मोहम्मदाबाद इलाके के काली बाग में मुख्तार अंसारी का कब्र खोदी गई है. यहीं पर उनके सभी परिवार वालों के कब्र हैं. मोहम्मदाबाद यूसुफपुर स्थित अंसारी के आवास पर शुक्रवार सुबह से ही लोग जुटने लगे थे. इस बीच, गाजीपुर और मऊ समेत आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.