30 हजार की घूस लेते रंगे हाथों दबोचा गया थानेदार, घसीटकर ले गई एंटी करप्शन टीम, वीडियो वायरल
जैसे ही एंटी करप्शन की टीम दरोगा जी को ले जाने लगी, उनकी हवा टाइट हो गई. दरोगा जी पैर घसीटते रहे. जोर-जोर से चिलाते रहे अरे दैया हमको बचाय लो, लेकिन उनका चिल्लाना बेकार था किसी ने दरोगा जी की एक ना सुनी.
मिर्जापुर जनपद के चील्ह थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर शिव शंकर सिंह तीस हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथों दबोच लिए गए. एंटी करप्शन टीम को सामने देखकर इंस्पेक्टर साहब के हाथ-पांव फूल गए. एंटी करप्शन टीम दारोगा जी को घसीटते हुए ले गाड़ी तक ले गई.
अरे दैया हमको बचाय लो
जैसे ही एंटी करप्शन की टीम दरोगा जी को ले जाने लगी, उनकी हवा टाइट हो गई. दरोगा जी पैर घसीटते रहे. जोर-जोर से चिलाते रहे अरे दैया हमको बचाय लो, लेकिन उनका चिल्लाना बेकार था किसी ने दरोगा जी की एक ना सुनी. एंटी करप्शन टीम द्वारा दरोगा जी को गिरफ्तार किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
केस दर्ज करने के लिए मांगे थे पैसे
जानकारी के मुताबिक, प्रभारी निरीक्षक ने मुकदमा दर्ज करने के लिए पीड़ित से पैसे की मांग की थी जिसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की गई थी. जैसे ही पीड़ित ने रुपए थमाए भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने रंगे हाथों थानेदार को दबोच लिया.
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता की भांजी के साथ एक युवक का प्रेम प्रसंग चल रहा था. युवक इसी मामले में शिकायत लिखवाना चाहता था. कई बार थाने के चक्कर काटने पर भी पुलिस ने एक ना सुनी. मुकदमा लिखने के एवज में थानेदार ने 50 हजार रुपए की डिमांड की लेकिन शिकायतकर्ता ने इतने पैसे देने से इनकार कर दिया.
इसके बाद शिकायतकर्ता ने मिर्जापुर मंडल यूनिट की एंटी करप्शन टीम से इसकी शिकायत कर दी. टीम ने शिकायतकर्ता से संपर्क साधा और गुरुवार को फिर से उसे थाना प्रभारी को घूस देने को कहा गया. जैसे ही युवक ने थाना प्रभारी को 30 हजार की घूस दी एंटी करप्शन टीम ने उसे दबोच लिया.
एसीबी की टीम थानेदार को घसीटते हुए शहर कोतवाली ले गई, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. एसीबी टीम के प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि मुकदमा लिखे जाने के एवज में थाना प्रभारी शिव शंकर पीड़ित से पैसे की मांग कर रहा था.