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India Daily

'नैंसी तुम मेरी मां की तरह मत बनना...', अपनी मां से परेशान युवक ने अतुल सुभाष की तरह की खुदकुशी

यूपी के जौनपुर से सुसाइड का एक नया मामला सामने आया है. इस बार मनोज सोनी नाम के युवक ने किसी और से नहीं बल्कि अपनी मां और भाई से तंग आकर खुदकुशी कर ली. इससे पहले युवक ने एक वीडियो बनाया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है.

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Edited By: Shanu Sharma
Jaunpur Suicide
Courtesy: Social Media

Jaunpur Suicide: बेंगलुरु के  AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस अभी शांत हुआ भी नहीं था कि उत्तर प्रदेश के जौनपुर से आत्महत्या से पहले का एक नया वीडियो सामने आया है. हालांकि जौनपुर के मनोज कुमार सोनी उर्फ बबलू की कहानी थोड़ी अलग है. इस मामले में युवक ने अपनी मौत का कारण किसी और को नहीं बल्कि अपनी मां को बताया है. मरने से पहले उसने एक वीडियो बनाया, जो की सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 

वीडियो बनाने के बाद 36 साल के मनोज ने अपने ही कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. जिसके बाद एक बार फिर रिश्ता, समाज और इंसानियत कलंकित हो गया. नासही मोहल्ले का रहने वाला मनोज वीडियो में बार-बार यह बोलता नजर आ रहा है कि वो इस दुनिया को छोड़ कर जाना नहीं चाहता है. अपने छोटे बच्चों को अकेले नहीं छोड़ना चाहता है, लेकिन अब वो अपने ही रिश्तों से लड़ते-लड़ते थक चुका है. अपनी मां द्वारा किए जा रहे अपमान को अब और ज्यादा सहने की हिम्मत नहीं है, इसलिए यह कदम उठा रहा है.

मां और भाई से हार गया मनोज

मनोज ने सुसाइड से पहले बनाए वीडियो में अपनी मौत का जिम्मेदार अपनी मां और अपने सगे भाई को बताया है.  वीडियो में उसने बताया कि उसके भाई और मां ने जमीन की लड़ाई में उसके खिलाफ थाने में केस कर दिया. जिसके कारण वो काफी परेशान रहता है. मनोज ने यह भी कहा कि इस लड़ाई के कारण ना केवल वो बल्कि उनकी पत्नी और बच्चे भी परेशान रहते हैं. मनोज का कहना है कि उनकी मां और भाई द्वारा उनके बच्चों को मारने की धमकी दी जाती है. इस वीडियो को देखने के बाद एक बार फिर खून के रिश्ते पर सवाल उठना शुरू हो गया है. लोगों ने यह सवाल करना शुरू कर दिया कि आखिर एक मां अपने ही बच्चे के साथ ऐसा कैसे कर सकती है. 

बच्चों को छोड़कर नहीं जाना चाहता

मृतक ने अपनी पत्नी नैंसी के लिए अपने आखिरी वीडियो में खास संदेश दिया है. उसने अपनी पत्नी का नाम लेते हुए कहा कि नैंसी तुम कभी भी मां की तरह मत बनना. अपने बच्चों के साथ वो मत करना जो मां ने किया है. हमारे बच्चों का ख्याल रखना. मुझे तो मेरी मां ने भाई के लिए बिल्कुल अलग कर दिया. तूम कभी ऐसा मत करना. अपने दोनों बच्चों को बिल्कुल बराबर का हक देना. वहीं मनोज अपनी मां से सवाल पूछते हुए कहता है कि मां मुझे बताओ मेरी गलती क्या थी? अब मैं सब कुछ छोड़ कर जा रहा हूं. मेरी सारी संपत्ति रख लेना, तब शायद तूम्हें चैन आ जाए.

जिंदगी के आखिरी पल में मनोज अपने पिता को याद करता है और कहता है कि अगर पिताजी होते तो शायद ऐसा नहीं होता. उसने कहा कि मैंने अपनी मां और भाई के लिए सब किया. लेकिन उसके बदले उन्होंने मेरे ही बच्चों को जान से मारने की धमकी दी. अपने बच्चों को याद करते हुए उस पिता ने अपने आखिरी पल में कहा कि मैं अपने बच्चों को छोड़कर नहीं जाना चाहता हूं, कौन पिता अपने बच्चों को छोड़ना चाहता है? मैं नैंसी के लिए भी कुछ नहीं कर पाया. उसे अबतक केवल परेशान किया गया, अब मैं थक गया हूं.