Mahakumbh 2025: बसंत पंचमी के मौके पर नागा साधुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, अंतिम अमृत स्नान का वीडियो आया सामने

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बसंत पंचमी के अवसर पर जूना अखाड़े के नागा साधु-संतों ने संगम में शाही स्नान किया. इस खास दिन पर लाखों श्रद्धालुओं और साधुओं ने आस्था की डुबकी लगाई, जिससे संगम तट पर एक अद्भुत आध्यात्मिक माहौल बना. नागा साधु बिना वस्त्रों के स्नान करते हुए ध्यानमग्न रहे.

Twitter

Mahakumbh Shahi Snan: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बसंत पंचमी के मौके पर जूना अखाड़े के नागा साधु-संतों ने आज संगम में शाही स्नान किया. इस खास मौके पर लाखों श्रद्धालुओं और संतों ने आस्था की डुबकी लगाई. बसंत पंचमी का यह पर्व संगम की धारा में अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रहा था.

बसंत पंचमी के दिन जूना अखाड़े के नागा साधु-संतों के शाही स्नान ने मेला क्षेत्र में एक भव्य और आध्यात्मिक माहौल बना दिया. इस दौरान, जूना अखाड़े के हजारों नागा साधु बिना वस्त्रों के संगम में स्नान करते हुए अपनी साधना में लीन दिखे. इस स्नान को लेकर खास ताम-झाम और भव्यता का आयोजन किया गया था.

#WATCH। बंसत पंचमी के मौके पर जूना अखाड़े के नागा साधु-संतो ने आज शाही स्नान किया।#AmritSnan #BasantPanchami #BasantPanchami2025 #MahaKumbh2025 #MahaKumbhMela2025 pic.twitter.com/DCKtMz1bOO

— SansadTV (@sansad_tv) February 3, 2025

बसंत पंचमी का स्नान

जूना अखाड़े के प्रमुख संतों का कहना है कि बसंत पंचमी का स्नान विशेष रूप से पुण्यकारी माना जाता है, क्योंकि इस दिन सूर्य की विशेष स्थिति होती है जो शरीर और आत्मा दोनों के लिए शुद्धि का कार्य करती है. नागा साधु-संतों का मानना है कि संगम में डुबकी लगाने से आत्मा को शुद्धि मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

सुख-शांति की कामना 

इस मौके पर, संगम तट पर हजारों श्रद्धालुओं ने भी अपनी आस्था के साथ स्नान किया और विशेष पूजा अर्चना की. साथ ही, श्रद्धालुओं ने अपने परिवार की सुख-शांति की कामना करते हुए इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश की. वीडियो में दिख रहे इस भव्य स्नान के दृश्य को देखना न सिर्फ रोमांचक था, बल्कि इसने भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की महिमा को भी उजागर किया.