Lok Sabha Elections 2024 : यूपी में 0.5% से कम वोट पाने वाले ओवैसी अब मुलायम परिवार के खिलाफ उतारेंगे उम्मीदवार
Lok Sabha Elections 2024 : AIMIM चीफ और सांसद असदउद्दीन ओवैसी एक बार फिर उत्तर प्रदेश में राजनीतिक जमीन तलाशने में जुए गए हैं. ओवैसी अब राज्य की 22 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रहे हैं. राज्य की उन 7 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे जहां से मुलायम फैमिली के लोग चुनाव लड़ते हैं.
Loksabha Election 2024 : उत्तर विधानसभा चुनाव 2022 में आधा प्रतिशत से भी कम वोट पाने वाले असदउद्दीन ओवैसी अब सूबे में लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. AIMIM चीफ और सांसद असदउद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश की राजनीति में पैर जमाने की कोशिश की कोशिश में हैं. ओवैसी ने राज्य की उन 7 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारने का ऐलान कर दिया है, जहां से मुलायम सिंह और अखिलेश यादव परिवार के सदस्य चुनाव लड़ते हैं.
हालांकि 2022 के विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने प्रदेश की मुस्लिम बहुल 100 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से 99 प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए थे. इसके बाद भी ओवैसी उत्तर प्रदेश में सियासी जमीन तलाश रहे हैं. ओवैसी हमेशा मुस्लिम मतदाता बहुल सीट से चुनाव लड़ते हैं. 2022 में भी 100 मुस्लिम बहुल सीटों पर चुनाव लड़े थे. तब राज्य के मुसलमानों ने उनको नकार दिया था.
मुलायम फैमिली इन सीटों से लड़ती है चुनाव
यूपी में एआईएमआईएम ने जिन सीटों पर प्रत्याशियों को उतारने का फैसला किया है, उनमें अखिलेश यादव की संभावित सीट, आजमगढ़, शिवपाल यादव की बदायूं, प्रो. रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय की सीट फिरोजाबाद और डिंपल यादव की मैनपुरी सीट शामिल है. इसके अलावा संभल, मुरादाबाद, अमरोहा, मेरठ जैसी मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर ओवैसी ने अपने उम्मीदवारों को उतारने का ऐलान किया है.
यूपी चुनाव में कैसा था ओवैसी का प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में मुस्लिम बहुल 100 सीटों पर AIMIM ने अपने उम्मीदवार उतारे थे. चुनाव परिणाम आने पर एक भी उम्मीदवार के विजयी होने की बात तो दूर 99 उम्मीदवार अपने जमानत तक नहीं बचा पाए थे. इस चुनाव में पूरे उत्तर प्रदेश में एआईएमआईएम को केवल 4,50,929 वोट ही मिले थे, जो कुल पड़े वोटों का 0.49 फीसदी वोट था. यानी, इस चुनाव में पार्टी को आधा फीसदी जनता का समर्थन भी नहीं मिला था.
वहीं नोटा को 6,37,304 वोट पड़े, थे जो कुल मतदान का 0.69 फीसदी रहा था. इस प्रकार पार्टी कोई खास प्रभाव दिखाने में कामयाब नहीं हुई थी. उत्तर प्रदेश में 19.5 फीसदी मुस्लिमम आबादी है, जिसके बावजूद ओवैसी की जमानत जब्त हो गई थी.
AIMIM को नोटा से कम मिले थे वोट
यूपी विधानसभा चुनाव में नोटा कई बड़े-बड़े दलों पर भारी पड़ा था. यहां नोटा का वोट प्रतिशत असुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएआईएम से ज्यादा था. 2017 में 7,57,643 वोटरों ने नोटा को चुना था. यह कुल मतदान का 0.87 फीसदी था. वहीं 2022 में 6,37,304 लोगों ने नोटा चुना, जो कुल मतदान का 0.69 फीसदी रहा. वहीं, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 0.49 फीसदी यानी 4,50,929 वोट ही मिले थे.
'यूपी में AIMIM 25 सीटों पर लड़ेगी चुनाव'
आगामी लोकसभा चुनाव में एआईएमआईएम उत्तर प्रदेश में 25 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. इसी मामले को लेकर AIMIM पूर्वांचल के सचिव शमशाद खान ने मीडिया से कहा कि लोकसभा चुनाव में हमारे उत्तर प्रदेश में 25 से अधिक सीटों पर लड़ने की तैयारी है. वाराणसी भी बहुत बड़ा केंद्र है इसलिए हमने वाराणसी से भी प्रत्याशियों के नाम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भेज दिया है. ये भी बोला जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी भी यूपी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं