Lok Sabha Elections 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 में मोटिवेशनल स्पीकर और टीचर अवध ओझा के उतरने की चर्चाओं के बीच खुद अवध ओझा ने चुनाव लड़ने को लेकर बड़ी बात कही है.ओझा ने कहा कि वो 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने की उनकी बहुत इच्छा है. वो 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
10 मार्च को एक रीजनल चैनल को दिए गए इंटरव्यू में अवध ओझा ने कहा कि मेरी चुनाव लड़ने की बहुत दिनों से इच्छा है और इस बार मैं लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा हूं. किस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे यह बताने से उन्होंने साफ मना कर दिया.
अवध ओझा किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे इसके बारे में भी उन्होंने कुछ नहीं बताया. हालांकि अवध ओझा की सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश पाठक और स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ वायरल तस्वीरों से यह साफ है कि वो बीजेपी से चुनाव लड़ेंगे.
रीजनल चैलन को दिए इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश की संसद में जाकर मैं राम मनोहर लोहिया, बाबा साहेब आंबेडकर के अधूरे कामों को पूरा करना चाहता हूं. देश में सबको शिक्षा मिले, देश में सीता-राम का राज हो, सभी को बराबर का हक मिले इसके लिए का करूंगा. साथ ही पाकिस्तान को मित्र राष्ट्र बनाने के लिए मैं काम करूंगा.
बीजेपी ने पहली लिस्ट में जिन 51 सीटों पर उम्मीजदवारों के नामों का ऐलान किया है उसमें कैसरगंज सीट से किसी को टिकट नहीं दी गई. यहां से बीजेपी के बृज भूषण शरण सिंह सांसद हैं. चर्चा है कि महिला खिलाड़ियों के द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया है. ऐसे में इस सीट से अवध ओझा को बीजेपी लोकसभा चुनाव लड़वा सकती है. ओझा सर का इस सीट के साथ नाम जुड़ने के इसकी गिनती हॉट सीटों में होने लगी है. वहीं ओझा सर के करीबी दावा कर रहे हैं वो प्रयागराज से चुनाव लडेंगे.
अवध ओझा का पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है. वह इतिहासकार, मशहूर शिक्षक और यूट्यूबर हैं. ओझा सर सिविल सर्विस की तैयारी कराते हैं और सोशल मीडिया पर उनकी रील्स काफी वायरल होती है. ओझा सर राजनीतिक, सामजिक मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं. अवध ओझा का जन्म 3 जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ था. इनके पिता का नाम श्रीमाता प्रसाद ओझा है. वह गोंडा में पोस्टमास्टर की नौकरी करते थे. श्रीमाता प्रसाद ओझा ने जमीन बेचकर अपनी पत्नी को पढ़ाया था और अवध ओझा की मां वकील बनी थीं.
अवध ओझा की पढ़ाई लिखाई गोंडा में ही हुई है. 10वीं से आगे की पढ़ाई उन्होंने गोंडा के ही फातिमा इंटर स्कूल से पूरी की. आगे ग्रेजुएशन भी यहीं से किया. शुरू से ही अवध ओझा का सपना आईएएस अधिकारी बनने का था. इसके लिए वो दिल्ली पढ़ने गए और यूपीएससी की तैयारी की. यूपीएसएसी मेंस परीक्षा में नाकामयाबी हाथ लगने के बाद अवध ओझा टीचिंग में आए और नाम कमाया.