Lok Sabha Elections 2024: गाजीपुर, बलिया, देवरिया में BJP क्यों नहीं घोषित कर रही उम्मीदवार?
Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की बारह लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने अभी तक अपना कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कैसरगंज सीट पर क्या होगा? इसको लेकर लोगों में उत्सुकता है. वहीं लोग जानना चाहते हैं कि बीजेपी ने इन सीटों पर अब तक प्रत्याशी क्यों खड़े नहीं किए.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य तय किया है. गठबंधन को 6 सीटें देने को बाद 74 सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी. बीजेपी ने अब तक 63 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है. लेकिन अभी 12 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर पार्टी ने कोई कैंडिडेट नहीं उतारा है.
इन सीटों पर पार्टी की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कोई निर्णय लिया जा सकता है.उत्तर प्रदेश की जिन 12 सीटों पर बीजेपी के उम्मदवार घोषित होने बाकी हैं. अब तक बीजेपी नें रायबरेली, प्रयागराज, फिरोजाबाद, बलिया, भदोही, देवरिया, कौशाम्बी, गाजीपुर, मैनपुरी, कैसरगंज, मछली शहर और फूलपुर सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.
इन 12 सीटों में बीजेपी में सस्पेंस बरकरार
इन 12 सीटों में सबसे हाईप्रोफाइल सीट रायबरेली को माना जा रहा है, क्योंकि यह सीट सोनिया गांधी परिवार की परंपरागत सीट है. यहां से सोनिया गांधी 2019 में सांसद चुनी गई थीं. फिलहाल वो राज्यसभा में चली गई हैं. अब वह इस सीट से चुनाव नहीं लेड़ेंगी. अब सवाल उठता है कि इस सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा. इस सीट को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. देकना यह भी है कि यहां से राहुल गांधी या प्रियंका गांधी में कौन चुनाव लड़ता है. बीजेपी इसी बात का इंतजार कर रही है.
कांग्रेस उम्मीदवार का नाम घोषित होते ही इस सीट पर बीजेपी अपना कैंडिडेट उतार सकती है. इसके अलावा मैनपुरी सीट भी हाईप्रोफाइल सीट में शामिल है. यहां से सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं. डिंपल यहां से वर्तमान में सांसद भी हैं, इसलिए भाजपा यहां किसी मजबूत उम्मीदवार को मौका दे सकती है.
कैसरगंज से किसको मिलेगा टिकट?
यूपी की कैसरगंज सीट से वर्तमान में भाजपा के ब्रजभूषण शरण सिंह सासंद हैं. इस बार चर्चा है कि पार्टी उनका टिकट काटकर किसी और को इस सीट से मौका दे सकती है. इसके अलावा फिरोजाबाद की बात करें तो यहां से भाजपा के चंद्रसेन सिंह जादौन सांसद हैं, लेकिन सपा ने यहां पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को प्रत्याशी बनाया है. इसके जवाब में बीजेपी विचार कर रही है कि चंद्रसेन को दोबारा मौका दिया जाए या फिर कोई मजबूत चेहरे को मैदान में उतारा जाए.
बलिया, गाजीपुर और देवरिया में कौन होंगे प्रत्याशी?
पूर्वांचल की गाजीपुर, बलिया और देवरिया तीन बड़ी चर्चित सीटें हैं. इन सीटों पर बीजेपी ने अभी तक कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. बलिया से भाजपा के वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र सिंह मस्त सांसद हैं. वह भदोही से सांसद चुने गए थे, लेकिन 2019 में पार्टी ने उन्हें बलिया से चुनाव लड़वाया था. इस बार के चुनाव में बीजेपी इस सीट से किसी नए चेहरे को मौका दे सकती है.इसी तरह गाजीपुर से अभी अफजाल अंसारी सांसद हैं. इस बार सपा ने उनको इसी सीट से टिकट दिया है.
इनके सामने बीजेपी ने अभी तक कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. हालांकि ऐसी चर्चा है कि बीजेपी इस सीट पर बाहुबली ब्रजेश सिंह को टिकट देकर चुनाव लड़वा सकती है. यही हाल देवरिया सीट का भी है. यहां से पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी सांसद हैं, लेकिन चर्चा है कि यहां भी उम्मीदवार बदला जा सकता है, क्योंकि कांग्रेस ने यहां अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है. अखिलेश स्थानीय बनाम बाहरी के नारे को बुलंद कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा इस सीट पर किसी स्थानीय ब्राहम्ण उम्मीदवार को टिकट दे सकती है. यह उम्मीदवार कौन होगा इसके बारे में अभी तक कोई एक या दो नाम तय नहीं हो पाया है.
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