Lok Sabha Elections 2024: वरुण गांधी की कौन सी गलती पड़ी भारी, बीजेपी ने क्यों काटा लोकसभा का टिकट

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी अब तक 6 लिस्ट जारी कर चुकी है जिसमें उसने कई हैरान करने वाले फैसले लिए. इस दौरान जिस फैसले ने सबसे ज्यादा हैरान किया वो वरुण गांधी को लोकसभा चुनावों के लिए टिकट न देना रहा है. अब इसको लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा खुलासा किया है.

India Daily Live

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अब तक 405 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है जिसमें कई नए चेहरों को मौका दिया है तो वहीं पुराने चेहरों के टिकट भी काटे हैं. बीजेपी ने जिन नेताओं का टिकट काटा है उसमें एक नाम वरुण गांधी का भी है जो कि पीलीभित सीट से सांसद हैं. हालांकि बीजेपी ने न उन्हें अपनी पहली लिस्ट में जगह दी और न हीं पांचवी में, जिसके बाद एक सवाल लगातार उठ रहा है कि वरुण गांधी पर कौन सी गलती भारी पड़ी जिसके चलते बीजेपी हाईकमान ने उनका टिकट काट दिया है.

बीजेपी ने अपनी 5वीं लिस्ट में पीलीभित के उम्मीदवार के नाम का ऐलान करते हुए जितेंद्र प्रसाद को टिकट दिया. वहीं मेनका गांधी को सुल्तानपुर से टिकट दिया गया है. उल्लेखनीय है कि जब बीजेपी की पहली लिस्ट में मेनका गांधी और वरुण गांधी का नाम नहीं तभी से इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि बीजेपी इस बार दोनों का टिकट काट सकती है.

पांचवी लिस्ट में क्यों खत्म हुआ सस्पेंस

अब इसको लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में खुलासा किया है और बताया कि बीजेपी ने क्यों वरुण गांधी का टिकट काटा. कार्यक्रम के दौरान जब नितिन गडकरी से पूछा गया कि मेनका और वरुण गांधी को टिकट न मिलने को लेकर जो सस्पेंस बना हुआ था उसका क्या कारण है और वो पांचवी लिस्ट में जाकर क्यों खुला.

इसके जवाब में गडकरी कहा कि जब भी पार्टी लोकसभा चुनावों के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करती है तो हमेशा पहली लिस्ट राज्यवर बनाती है. इसके लिए पार्टी प्रदेश की संसदीय बोर्ड टीम के साथ बात करती है और स्टेप बाई स्टेप प्रक्रिया चलने के बाद इस पर डिसिजन लिया जाता है. ये बहुत ही नैचुरल प्रोसेस है.

क्यों नहीं था पहली लिस्ट में गडकरी का नाम

नितिन गडकरी का नाम बीजेपी की ओर से जारी की गई पहली लिस्ट में नहीं था और इसको लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पहली लिस्ट में टीम ने यूपी, मध्यप्रदेश और गुजरात की सीटों को लेकर चर्चा की और इन राज्यों की ज्यादातर सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया. पहली लिस्ट के दौरान बिहार और महाराष्ट्र को लेकर चर्चा नहीं की थी इसी वजह से वहां के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं था.

गडकरी ने आगे बात करते हुए कहा कि जैसे ही महाराष्ट्र के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई वैसे ही मेरा नाम भी आ गया. विपक्षी दल का काम सवाल उठाना है पर हमारी पार्टी एक प्रक्रिया से चलती है और उस प्रक्रिया के तहत जब चर्चा हुई तो मेरा नाम भी आ गया.

बीजेपी ने क्यों काटा वरुण गांधी का टिकट

कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी से वरुण गांधी के टिकट काटे जाने को लेकर भी सवाल किया गया जिसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह फैसला प्रदेश की संसदीय बोर्ड की टीम ने लिया है. संसदीय बोर्ड की टीम सांसद के काम और उसके परफॉर्मेंस को लेकर एनालिसिस करती है और उसकी रिपोर्ट टीम को देती है. इतना ही नहीं संसदीय क्षेत्र में जनता के बीच सर्वे भी कराया जाता है जिसके बाद यह फैसला लिया जाता है.