Lok Sabha Elections 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 10 मार्च को आजमगढ़ को मंदुरी एयरपोर्ट और महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के साथ ही पूर्वांचल को कई सौ करोड़ के विकास कार्यों की सौगात देंगे. पीएम मोदी सपा के गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ से पूर्वांचल को साधने और यहां के सियासी तापमान को बढ़ाने के लिए आज आजमगढ़ पहुंच रहे हैं.
पीएम मोदी यहां मंदुरी हवाई अड्डे के साथ ही रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत प्रदेश के अन्य 4 हवाई अड्डों का लोकार्पण करेंगे. इसके अलावा आजमगढ़ के महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय का लोकार्पण भी करेंगे.
भाजपा के चुनावी अभियान की बागडोर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभाल रहे हैं. पूर्वांचल की हारी हुई सीटों पर पीएम मोदी का खास फोकस है. आजमगढ़ बीजेपी के लिए ऐसी है सीट है. आजमगढ़ को समाजवादी पार्टी का गढ़ जाता है. 2014 और 2019 में जब देश में मोदी की लहर थी तब बीजेपी इस सीट को नहीं जीत पाई. 2014 में आजगढ़ से मुलायम सिंह यादव सांसद बने थे. वहीं 2019 में इस सीट से अखिलेश यादव जीते थे. हालांकि 2022 में अखिलेश यादव के विधायक बनने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए तो यहां बीजेपी को जीत मिली.
पीएम मोदी शनिवार को काशी पहुंचे और विकास योजनाओं की जनता को सौगात दी. आज पीएम मोदी आजमगढ़ में हैं. पूर्वांचल में 21 जिले हैं और 26 लोकसभा सीटें यहां से आती हैं. इस इलाके में 130 विधानसभा सीटें हैं. इस इलाके में यूपी की 6.37 करोड़ (2011 की जनगणना) आबादी रहती है जो कुल आबादी का 32% है.
आजमगढ़ लोकसभा सीट में 19 लाख से अधिक मतदाता हैं. इनमें 3.5 लाख से अधिक यादव, 3.5 से अधिक मुस्लिम और तीन लाख मुस्लिम मतदाता हैं. यादव और मुस्लिम बहुल सीट में यादव या फिर मुसलमान ही सांसद बनाता है. फिलहाल अभी आजमगढ़ की पांचों विधानसभा सीटों पर सपा का कब्जा है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद बीजेपी इस बार पूर्वांचल की सभी सीटों पर जीत हासिल करना चाहती है. इसके लिए पीएम मोदी जमकर मेहनत कर रहे हैं.
2019 के आम चुनाव में आजमगढ़ सीट से अखिलेश यादव मैदान में थे. उनको 6 लाख 21 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. विधायक बनने के बाद जब अखिलेश यादव ने इस्तीफा दिया और उप चुनाव हुए तो सपा के वोट यहां पर आधे से भी कम हो गए. 2022 में हुए उपचुनाव में सपा के धर्मेंद्र यादव को केवल 3 लाख 4 हजार ही वोट मिले. भाजपा के निरहुआ को 3 लाख 12 और बसपा के शाह आलम गुड्डू जमाली ने 2 लाख 66 हजार वोट हासिल कर पाये. उपचुनाव में भले ही सपा-बसपा में मुस्लिम मतों का बंटवारा हुआ और निरहुआ जीत गए, लेकिन उन्हें वोट 2019 से भी कम मिले थे. 2019 में निरहुआ ने 3 लाख 61 हजार वोट मिले थे.