'एक गलती' से भारत माता का विरोध बन गया सांसद, CM योगी बोले- जानिए अपने वोट का ताकत
Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू कर दिया है. शुक्रवार को सीएम योगी ने अमरोहा में प्रबुद्ध सम्मेलन में हिस्सा लिया.
Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू कर दिया है. शुक्रवार को अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से एनडीए गठबंधन से भाजपा प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तंवर के पक्ष में प्रबुद्ध सम्मेलन कराया गया.
इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक वोट की कीमत को समझाया. उन्होंने कहा कि एक वोट इलाके में कर्फ्यू भी लगवा सकता है और एक वोट से आप खुले में कांवड़ यात्रा भी निकलवा सकते हैं. तय आपको करना है.
सीएम योगी ने सांसद दानिश अली पर निशाना साधते हुए कहा कि साल 2019 में एक गलत फैसले की वजह से भारत माता की जय नहीं बोलने वाला शख्स सांसद बन गया. इसीलिए इस बार ये गलती नहीं करनी है और 400 पार का जो नारा दिया है, उसे साकार करना है.
सीएम योगी ने बताया 2014 से पहले का माहौल
सीएम योगी ने कहा कि साल 2014 से पहले देश में अराजकता का माहौल था, लेकिन अब पूरे देश का मान दुनियाभर में बढ़ रहा है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने 500 वर्षों का कलंक मिटाकर राम मंदिर का निर्माण कराया है. सीएम ने पूछा कि क्या इस काम को विपक्ष के लोग कभी कर सकते थे? इसके साथ-साथ उन्होंने विपक्ष पर कई बार निशाना साधा.
अमरोहा उम्मीदवार कंवर सिंह तंवर ने कही ये बात
अमरोहा लोकसभा क्षेत्र से एनडीए गठबंधन के भाजपा प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तंवर ने मीडिया को बताया कि सीएम योगी के अमरोहा आने पर बेहद खुशी है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के अमरोहा आने से भारतीय जनता पार्टी का किसी से कोई मुकाबला नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि इलाके में भाजपा की हवा है.
सोच समझकर करें मतदानः भाजपा
कंवर सिंह तंवर ने कहा कि इस बार हमें 400 पार करने से कोई नहीं रोक रहा है. नौजवान मतदाता, जो पहली बार अपने वोट का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें मैं बधाई देता हूं. नौजवानों के साथ-साथ मेरी सभी लोगों से अपील है कि मतदान जरूर करें. देश के हालात और विकास की रफ्तार को देखें और सोच समझ कर मतदान करें.
अमरोहा से अरुण चाहल की रिपोर्ट