बात उठी थी महाराष्ट्र से. आ पहुंची यूपी तक. वो बात थी औरंगजेब की. वही औरंगजेब जिसने हिंदुओं के पूजा स्थल और मंदिरों को नेस्तानाबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. इस मुगल शासक का नाम जोड़ते हुए महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने एक बयान दिया. बयान था कि औरंगजेब के समय भारत सोने की चिड़िया था. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इस मुगल शासक के समय भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा जा पहुंची थी. उस वक्त भारत दुनिया की जीडीपी में 24 फीसदी योगदान दे रहा था. उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र की सियासत तो गरमाई ही साथ ही साथ यूपी में भी उनके इस बयान ने एक नई बहस छेड़ दी है. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के अंदर औरंगजेब की आत्मा भ्रमण कर रही है.
मांगनी चाहिए माफी- डिप्टी सीएम
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि देश शिव जी का अपमान नहीं सहेगा. अखिलेश यादव को अबू आजमी से माफी मंगवानी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
डिप्टी सीएम ने कहा- हमारा देश शिव जी का अपमान कभी नहीं सहेगा और न ही बर्दाश्त करेगा. महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की जनता इसका जवाब देगी. देश विरोधी ताकतें इन्हीं लोगों के संरक्षण में फल फूल रही हैं. ऐसी ताकतों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. मुगलों ने हमारे देश की संस्कृति को छिन्न -भिन्न किया है. इसके बावजूद भारत की संस्कृति ने दुनिया का एक नया रास्ता दिखाने का काम किया है.
अबू आजमी ने अपने बयान में कहा था- औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था. उसने कई हिंदू मंदिर बनवाए थे. उनके बारे में जो भी बताया जाता है वह गलत बताया जा रहा है. अगर औरंगजेब ने मंदिर तोड़े हैं तो उसने मस्जिद भी तोड़ें हैं. इसमें किसी भी प्रकार का हिंदू-मुस्लिम करने का कोई आवश्यकता नहीं है.
दर्ज हुआ मुकदमा
औरंगजेब को लेकर दिए गए बयान के अबू आजमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ नौपाड़ा थाने क्षेत्र में जीरो FIR दर्ज की गई है. इसके बाद मरीन ड्राइव थाने में ट्रांसफर कर दिया गया है. मरीन ड्राईव थाने में अबू आजमी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 299, 302, 356(1), 356(2) के तहत दर्ज की गई है.