menu-icon
India Daily

अखिलेश के सासंद के घर पर करणी सेना का हल्ला बोल, राणा सांगा पर की टिप्पणी से खौला खून!

सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में करणी सेना के सदस्यों ने उनके आवास पर हमला कर दिया.

auth-image
Edited By: Shanu Sharma
Ramji Lal Suman
Courtesy: Social Media

Ramji Lal Suman: समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में बुधवार को करणी सेना के सदस्यों ने उनके आवास पर हमला किया है. मिल रही जानकारी के मुताबिक करणी सेना के गुस्साए सदस्य उनके आवास पर बुलडोजर के साथ पहुंच गए. हालांकि इससे पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी के मध्य प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था. 

करणी सेना के लोगों में राजपूत योद्धा राणा सांगा पर दी गई टिप्पणी को लेकर गुस्सा का माहौल है. इतना ही नहीं इससे पहले दक्षिणपंथी संगठन की राज्य इकाई ने सुमन का मुंह काला करने और उन्हें जूते से मारने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की थी.

पार्टी कार्यालय में भी तोड़फोड़

अखिलेश यादव की नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की राज्य इकाई ने करणी सेना पर तोड़फोड़ का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय के बाहर पार्टी के बैनर और पोस्टर क्षतिग्रस्त कर दिए. जो भोपाल के तुलसी नगर इलाके में एक सरकारी क्वार्टर में स्थित है. टीटी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया ने बताया कि करणी सेना के सदस्यों ने एसपी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया है. हालांकि किसी तरह के कोई बड़े नुकसान की जानकारी नहीं आई है. पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि अभी किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, क्योंकि यह एक संक्षिप्त विरोध प्रदर्शन था. एसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय ने बताया कि  प्रदर्शनकारियों ने शाम करीब 7.15 बजे कार्यालय पर हमला किया था .

क्या है पूरा मामला?

सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में बोलते हुए कहा था कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को राणा सांगा भारत लेकर आया था. इतना ही नहीं उन्होंने राणा सांगा को गद्दार बताया था. उनके इस बयान के विवाद काफी ज्यादा बढ़ गया. समाजवादी पार्टी ने अपने सासंद के इस बयान का समर्थन भी किया था. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रामजी लाल सुमन के बयान पर सहमति जताते हुए भारतीय जनता पार्टी को इतिहास फिर से पढ़ने की नसीहत दी थी. वहीं बीजेपी की ओर से सपा सांसद के बयान पर माफी मांगने को कहा गया था. उन्होंने इसे राजपूत और समस्त हिंदू समाज का अपमान बताया था.