उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में हो रहे महाकुंभ के आयोजन में शुक्रवार (21 फरवरी) को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने यूपी सरकार द्वारा किए गए इंतजामों की सराहना की. इस दौरान पाटिल ने महाकुंभ में पवित्र स्नान करने के बाद कहा कि ऐसा विशाल आयोजन केवल भारत ही कर सकता था.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पाटिल ने कहा, "यहां तक कि विदेशियों ने भी महाकुंभ में डुबकी लगाकर अपनी आस्था व्यक्त की है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत मां गंगा की सफाई को प्राथमिकता दी है. यहां पर एक भी कचरा नहीं है. इतना बड़ा आयोजन केवल भारत ही इस तरीके से आयोजित कर सकता है.
#WATCH | Prayagraj, UP | On his visit to Maha Kumbh, Union Minister of Jal Shakti CR Paatil says, "... Even foreigners have expressed their faith by taking a dip here at Maha Kumbh. PM Narendra Modi prioritised the cleaning of Ma Ganga under the Namami Gange Programme... There is… pic.twitter.com/yxTrOiF3sz
— ANI (@ANI) February 21, 2025
महाकुंभ का ऐतिहासिक आयोजन और रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी
बता दें कि, महाकुंभ 13 जनवरी को शुरू हुआ था और यह 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन खत्म होगा. यूपी सरकार के मुताबिक, अब तक 50 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया है. आधे भारत के 110 करोड़ सनातन अनुयायियों ने इसमें भाग लिया है. ऐसे में उम्मीद है कि 26 फरवरी तक इस संख्या में 60 करोड़ तक की बढ़ोत्तरी होगी. यूपी सरकार का यह बयान भी आया कि इस महाकुंभ ने किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में सबसे बड़ी भागीदारी देखी है.
संगम की जल गुणवत्ता पर उछा था विवाद
इस हफ्ते की शुरुआत में एक विवाद उस समय पैदा हुआ जब एक सीपीसीबी रिपोर्ट में यह कहा गया कि संगम में जल का जैविक ऑक्सीजन मांग (BOD) 13 जनवरी को 3.94 मिलीग्राम प्रति लीटर था. BOD जल में जैविक पदार्थों को तोड़ने के लिए जरूरी ऑक्सीजन की मात्रा को दर्शाता है. यदि BOD स्तर 3 मिलीग्राम प्रति लीटर से कम होता है, तो पानी स्नान के लिए बेहतर माना जाता है. हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि प्रयागराज के संगम का पानी पूजा (आचमन) और स्नान दोनों के लिए बेहतर है.
महाकुंभ से यूपी की अर्थव्यवस्था को मिला लाभ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ राज्य की अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ पहुंचाएगा. उन्होंने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सवालों के जवाब में कहा, "उत्तर प्रदेश का जो वर्तमान में विकास हो रहा है, उसे महाकुंभ से जोड़ा जा सकता है. ऐसे में महाकुंभ अकेले उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लाभ देने वाला है.