राम-लक्ष्मण-सीता की अष्टधातु मूर्तियां चुराने वाले 3 लोग अरेस्ट, वीडियो में देखें किस लालच में किया ये 'महापाप'

इस घटना से यह साफ होता है कि कर्ज के बोझ के कारण किसी व्यक्ति से अपराध करवा सकता है, लेकिन पुलिस ने समय रहते इस मामले का खुलासा कर अपराधियों को पकड़ लिया. इस सफलता से यह भी साबित होता है कि पुलिस प्रशासन अपराधियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है.

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उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां के सांडी थाना क्षेत्र के बरौलिया गांव स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर से चोरी हुई अष्टधातु की मूर्तियों का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस के अनुसार, इस चोरी में सिंचाई विभाग के ठेकेदार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन आरोपियों के पास से चोरी की गई मूर्तियों के अलावा पीतल की घंटी और घटना में इस्तेमाल की जाने वाली दो मोटरसाइकिल भी बरामद की गई हैं.

इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, सिंचाई विभाग के ठेकेदार शरद कुमार, जो कर्ज के भारी बोझ तले दबा हुआ था, जिसके कारण उसने इस चोरी को अंजाम दिया था. शरद कुमार पर करीब 70 से 80 लाख रुपये का कर्ज था, जिसे चुकाने के लिए उसने मूर्तियां चोरी करने की योजना बनाई. उसके साथ शिवजीत कुमार और गरुण भी थे, जिन्होंने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया.

मूर्तियों की चोरी और ग्रामीणों का आक्रोश

बता दें कि, 10 फरवरी को ठाकुरद्वारा मंदिर से राम, सीता और लक्ष्मण की अष्टधातु की मूर्तियां चोरी हो गई थीं. जैसे ही यह खबर ग्रामीणों तक पहुंची, उनका आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया. इस घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी नीरज कुमार जादौन भी मौके पर पहुंचे और जल्द ही खुलासे के लिए पुलिस टीमों को सक्रिय किया.

एसपी ने पुलिस टीम की सराहना

इस दौरान हरदोई पुलिस के कप्तान नीरज कुमार जादौन ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि इस सफलता में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेन्द्र कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही. पूरी पुलिस टीम को उनकी कड़ी मेहनत के लिए 25 हजार रुपये का इनाम और प्रशस्ति पत्र दिया गया है. इसके साथ ही जिले के उच्च अधिकारियों से भी टीम को प्रशंसा पत्र देने की अपील की जा रही है.

जानिए घटना पर पुलिस ने क्या बताया?

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए शरद कुमार ने मूर्तियों के बारे में सुनकर इस चोरी को अंजाम दिया था. इन मूर्तियों को बेचकर वह अपने कर्ज का भुगतान करना चाहता था. इसके पास से चोरी की गई मूर्तियां, पीतल की घंटी और दो मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं.