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India Daily

भारत का ये राज्य है इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खान, क्या आप जानते हैं नाम?

देश का एक ऐसा राज्य है जहां पर एक नहीं बल्कि पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं. वो राज्या है उत्तर प्रदेश. जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के खुलने के साथ ही उत्तर प्रदेश 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला एकमात्र भारतीय राज्य बन जाएगा.

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Edited By: Reepu Kumari
Only indian state with 5 international airport.
Courtesy: Pinterest

क्या आपको पता है कि भारत का ऐसा कौन सा ऐसा राज्य है जहां एक दो नहीं बल्कि पांच एयरपोर्ट हैं. चौंकिए मत ये सच है. पिछले कुछ सालों में भारत में यात्रा परिदृश्य में सुधार हुआ है क्योंकि कई नए हवाई अड्डे और रेल मार्ग अस्तित्व में आए हैं.

इन सबके बीच, एक भारतीय राज्य ऐसा भी है जिसमें कुल पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे. आपने सही पढ़ा. चलिए बताते हैं आपको 

किस राज्य में है पांच एयरपोर्ट?

जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के खुलने के साथ ही उत्तर प्रदेश 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला एकमात्र भारतीय राज्य बन जाएगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेवर में बनने वाला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनकर रिकॉर्ड बनाने वाला है. NIA इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से करीब 72 किलोमीटर दूर होगा और दादरी में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब की सुविधा होगी.

केवल दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे

2012 तक उत्तर प्रदेश में केवल दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे थे - लखनऊ और वाराणसी. कुशीनगर में तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 20 अक्टूबर, 2021 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद चालू हो गया.

इसके बाद 2023 में अयोध्या अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा खोला गया और अब बारी है नोएडा के पास जेवर में पांचवें अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण की.

40 एकड़ में रखरखाव

इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश देश में बेजोड़ हवाई कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बारे में अधिक जानकारी बहुप्रतीक्षित एयरपोर्ट दिल्ली-एनसीआर में इस तरह की दूसरी सुविधा होगी. NIAL के अनुसार, पहले चरण का निर्माण जल्द ही पूरा होने की संभावना है.

एयरपोर्ट 1,334 हेक्टेयर में फैला हुआ है और सालाना 12 मिलियन यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा. इसके अलावा, एयरपोर्ट हर साल 100,000 उड़ानों और 250,000 टन कार्गो की आवाजाही का भी समर्थन करेगा. टर्मिनल बिल्डिंग का क्षेत्रफल 100,000 वर्ग मीटर है जिसमें 28 विमान स्टैंड हैं. इसके अलावा, 40 एकड़ में रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (MRO) हब भी बनाया जा रहा है.