उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात एक भयावह अग्निकांड ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया. अस्पताल के दूसरे तल पर स्थित महिला वार्ड और नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में लगी भीषण आग ने मरीजों और उनके परिजनों में दहशत फैला दी.
आग ने लिया विकराल रूप
रात करीब 10 बजे शुरू हुई इस आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया. धुआं और लपटों ने पूरे तल को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे मरीजों और तीमारदारों में भगदड़ मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीमारदार अपने मरीजों को गोद में उठाकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे. एक परिजन ने बताया, “हमने अपने मरीजों को गोद में लेकर भागे… हर तरफ धुआं ही धुआं था.”
#WATCH | Lucknow Hospital Fire | Firefighting operations are underway after a fire broke out in the Lokbandhu hospital.
— ANI (@ANI) April 14, 2025
As per Dy CM Brajesh Pathak, around 200 patients have been safely shifted to nearby hospitals and there are no injuries or casualties reported pic.twitter.com/g7XW6sRaaW
राहत व बचाव कार्य जारी
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. आशियाना, सरोजनीनगर, आलमबाग, पीजीआई और हजरतगंज फायर स्टेशनों से दमकल वाहनों ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की. पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर ने कहा, “हमें लोकबंधु अस्पताल में आग की सूचना मिली. फायर ब्रिगेड तुरंत पहुंची. सभी मरीजों को निकालकर आसपास के अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है. अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है.”
#WATCH | Lucknow: UP Dy CM Brajesh Pathak reaches Lok Bandhu Hospital after a fire broke out pic.twitter.com/9BwytLxiqJ
— ANI (@ANI) April 14, 2025
मरीजों को किया गया सिफ्ट
अस्पताल प्रशासन और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मरीजों को अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भेजने की व्यवस्था की. विशेष रूप से NICU में भर्ती नवजात शिशुओं को प्राथमिकता के साथ सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया.
जांच के आदेश
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए जांच शुरू कर दी गई है. स्थानीय निवासियों ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घटना के कारणों का पता लगाकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे.