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लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में भीषण आग, महिला वार्ड और NICU बुरी तरह प्रभावित, सामने आया वीडियो

रात करीब 10 बजे शुरू हुई इस आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया. धुआं और लपटों ने पूरे तल को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे मरीजों और तीमारदारों में भगदड़ मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीमारदार अपने मरीजों को गोद में उठाकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Huge fire at Lucknow's Lokbandhu Hospital no casualties

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात एक भयावह अग्निकांड ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया. अस्पताल के दूसरे तल पर स्थित महिला वार्ड और नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में लगी भीषण आग ने मरीजों और उनके परिजनों में दहशत फैला दी. 

आग ने लिया विकराल रूप
रात करीब 10 बजे शुरू हुई इस आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया. धुआं और लपटों ने पूरे तल को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे मरीजों और तीमारदारों में भगदड़ मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीमारदार अपने मरीजों को गोद में उठाकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे. एक परिजन ने बताया, “हमने अपने मरीजों को गोद में लेकर भागे… हर तरफ धुआं ही धुआं था.”

राहत व बचाव कार्य जारी
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. आशियाना, सरोजनीनगर, आलमबाग, पीजीआई और हजरतगंज फायर स्टेशनों से दमकल वाहनों ने आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की. पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर ने कहा, “हमें लोकबंधु अस्पताल में आग की सूचना मिली. फायर ब्रिगेड तुरंत पहुंची. सभी मरीजों को निकालकर आसपास के अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है. अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है.” 

मरीजों को किया गया सिफ्ट
अस्पताल प्रशासन और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मरीजों को अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भेजने की व्यवस्था की. विशेष रूप से NICU में भर्ती नवजात शिशुओं को प्राथमिकता के साथ सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया. प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया.

जांच के आदेश
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है, लेकिन इसकी पुष्टि के लिए जांच शुरू कर दी गई है. स्थानीय निवासियों ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घटना के कारणों का पता लगाकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे.