'स्वर्ग हाउसफुल, नरक में कोई जगह नहीं...', महाकुंभ को लेकर अफजाल अंसारी का विवादित बयान
गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी का एक बयान सोशल मीडिया और खबरों में चर्चा का विषय बन गया. उन्होंने संत रविदास जयंती के मौके पर महाकुंभ स्नान को लेकर एक विवादित टिप्पणी की.
महाकुंभ जो हर बार सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए आस्था और विश्वास का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरता है, इस बार भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का गवाह बन रहा है. महाकुंभ एक धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक सांस्कृतिक और सामाजिक अवसर भी होता है. संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए देश ही नहीं, विदेशों से भी लोग आते हैं. संत रविदास जयंती पर गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी ने विवादित बयान दिया.
हालांकि, इस महाकुंभ को लेकर अब तक कई तरह के बयान भी सामने आए हैं, जिनमें कुछ सामाजिक और राजनीतिक विवाद भी उत्पन्न हो गए हैं. हाल ही में गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी का एक बयान सोशल मीडिया और खबरों में चर्चा का विषय बन गया. उन्होंने संत रविदास जयंती के मौके पर महाकुंभ स्नान के संदर्भ में एक विवादित टिप्पणी की.
नर्क में अब कोई नहीं बचेगा और स्वर्ग में हाउसफुल हो जाएगा-अफजाल अंसारी
अफजाल अंसारी ने महाकुंभ में स्नान करने को लेकर कहा, "संगम तट पर नहाकर व्यक्ति का पाप धुल जाएगा, और इसका मतलब यह है कि वह सीधे बैकुंठ पहुंच जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ में स्नान करने वाली भारी भीड़ से यह साफ प्रतीत हो रहा है कि नर्क में अब कोई नहीं बचेगा और स्वर्ग में हाउसफुल हो जाएगा. अफजाल ने आगे कहा कि ट्रेनों में तोड़फोड़ करने वालों की उम्र 15 से 20 साल की है, जिन्हें मैंने देखा. इतनी भीड़ है कि ट्रेनों में यात्रा करना भी असुरक्षित सा लग रहा है वहां भी भगदड़ जैसा ही हाल देखने को मिल रहा है.
बयान से मचा बवाल
उनके इस बयान पर विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक दलों से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कई नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस बयान को सनातन धर्म की आस्था का मजाक उड़ाने के रूप में देखा है. महाकुंभ का आयोजन समाज में धार्मिक एकता और सहिष्णुता का प्रतीक है, जहां सभी धर्मों और विश्वासों के लोग एक साथ आते हैं.