गिफ्ट में मिली जमीन, महंगे मार्बल...'भोले बाबा' के मैनपुरी वाले 'आलीशान बिछुआ आश्रम' में क्या-क्या?
Bhole Baba Ashram Property: हाथरस सत्संग मामले में पुलिस ने FIR दर्ज की है. हैरानी की बात ये इसमें 'भोले बाबा' का नाम नहीं है. इधर, 'भोले बाबा' के लग्जरी लाइफ की डिटेल सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, यूपी में बाबा के 20 से अधिक आश्रम हैं, जिनमें से अधिकतर आलीशान हैं और इनमें फाइव स्टार होटलों जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. इन आश्रमों की कीमत करोड़ों में आंकी गई है.
Bhole Baba Ashram Property: हाथरस सत्संग भगदड़ मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. नया खुलासा स्वंयभू धर्मगुरु उपदेश 'भोले बाबा' के आश्रमों को लेकर हुआ है. दावा किया जा रहा है कि बाबा के वैसे तो कई आश्रम हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में करीब 21 बीघे में फैले 'बिछुआ आश्रम' की बात ही कुछ और है. दावे के मुताबिक, इस आश्रम की बाउंड्री वॉल से लेकर मेन गेट और लॉन से लेकर कमरे तक... सबकुछ आलीशन हैं. आश्रम के अंदर महंगे पत्थर लगाए गए हैं. सुविधाएं फाइव स्टार होटलों जैसी बताई जा रहीं हैं.
सूरज पाल उर्फ 'भोले बाबा' के आश्रम का मेन गेट गोल्डन कलर से रंगा गया है, जहां बड़े बोर्ड पर दानदाताओं का जिक्र भी है. कहा जा रहा है कि जिस 21 बीघा जमीन पर ये आश्रम बना है, वो 'भोले बाबा' को दान में मिली थी. इस जमीन की कीमत 4 करोड़ रुपये बताई जा रही है. आश्रम में कुल 12 कमरे हैं, जो अंदर से काफी आलीशान और हर तरह की सुविधाओं से लैस हैं. 6 कमरे 'भोले बाबा' उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ साकार विश्व हरि के लिए जबकि 6 अन्य कमरे सेवादारों और कमेटी से जुड़े लोगों के लिए बनाए गए हैं.
25 साल से सत्संग करते हैं 'भोले बाबा', कई शहरों में करोड़ों की प्रॉपर्टी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'भोले बाबा' के कई शहरों में करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी है. इन प्रॉपर्टी में ज्यादातर आश्रम ही हैं, जो काफी आलीशान हैं. कहा जाता है कि इन आश्रमों में ही 'भोले बाबा' सत्संग करते हैं. उत्तर प्रदेश के अलावा, राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश में भी बाबा के अनुयायी रहते हैं. इनमें अधिकतर ओबीसी समाज के आते हैं, जो खुद को वंचित बताते हैं. भोले बाबा अब इन्हीं आलीशान आश्रमों में करीब 25 साल से सत्संग कर रहे हैं. कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बाबा का मुख्य आश्रम मैनपुरी का 'बिछुआ' आश्रम ही है.
आखिर सूरज पाल से कैसे बन गए 'भोले बाबा'?
भोले बाबा के नाम से जाने जाने वाले सूरज पाल पहले यूपी पुलिस में कांस्टेबल थे. एक बार किसी महिला ने सूरज पाल पर यौन शोषण का आरोप लगा दिया. इसके बाद उन्हें यूपी पुलिस ने बर्खास्त कर दिया. कहा जाता है कि करीब 25 साल पहले हुए इस मामले के बाद सूरज पाल ने अपना नाम बदलकर 'भोले बाबा' रख लिया और उन्हें इसी नाम से जाना जाता है. 'भोले बाबा' मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा के रहने वाले हैं. फिलहाल, बाबा के पास जितने भी आश्रम हैं, उन सबकी कीमत करीब 100 रुपये आंकी गई है. इसके अलावा, बाबा के पास करोड़ों की जमीनें भी हैं.
लग्जरी कारों का काफिला, सेवा में तैनात रहते हैं सैंकड़ों सेवादार
कहा जा रहा है कि बाबा आलीशान आश्रमों के अलावा लग्जरी गाड़ियों का भी शौफ रखते हैं. उनके काफिले में करीब 30 से 25 गाड़ियां होती हैं, जिनमें कई लग्जरी गाड़ियां होती हैं. बाबा खुद महंगी और लग्जरी फॉर्च्यूनर से चलते हैं. उनके सेवा के लिए सैंकड़ों सेवादार हर वक्त मौजूद होते हैं. उनके कही आने-जानें पर सैंकड़ों सेवादार खास ड्रेसकोड में उनके साथ ही चलते हैं.
आइए, 'भोले बाबा' के कुछ आलीशान आश्रमों के बारे में जानते हैं
बिछुआ आश्रम: इस आश्रम का निर्माण करीब 3 से चार साल पहले किया गया था. कहा जाता है कि बाबा अब तक दो बार ही आए हैं. वे 10 मई को मैनपुर के इस बिछुआ आश्रम में आए थे. हाथरस में सत्संग के बाद उन्हें आगरा में भी सत्संग में जाना था. लेकिन भगदड़ कांड के बाद शायद ही आगरा में सत्संग हो.
बिछुआ आश्रम के बाहर दानदाताओं की एक लिस्ट लगी है, जिसमें लिखा गया है कि इस आश्रम पर 'राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट' का मालिकाना हक है. लिस्ट में करीब 200 लोगों का नाम है. इसमें सबसे अधिक दान ढ़ाई लाख रुपये का जबकि सबसे कम दान 10 हजार का जिक्र है.
कानपुर में भी आलीशान आश्रम
मैनपुरी के अलावा, कानपुर में भी भोले बाबा का आलीशान आश्रम है. ये आश्रम बिधनू इलाके के कसुई गांव में बना है. यहां भी सेवादारों की फौज रहती है, जो आश्रम की देखभाल में जुटी है. जानकारी के मुताबिक, आश्रम के अंदर बने कमरों में वीवीआईपी व्यवस्था की गई है, जो फाइव स्टार होटलों की तरह है.
इटावा में 15 बीघा में फैला है आश्रम
इटावा के सराय भूपत इलाके के खेड़ा गांव में भी बाबा का आश्रम है, जो 15 बीघा जमीन पर बना हुआ है. कहा जाता है कि इस आश्रम के निर्माण के लिए गांव के लोगों ने अपने-अपने ओहदे के मुताबिक चंदा दिया था. इस आश्रम में छोटे-मोटे धार्मिक कार्यक्रम होते रहते हैं. हालांकि, दावे के मुताबिक, इस आश्रम में 'भोले बाबा' कभी नहीं आए.
दिल्ली से सटे नोएडा में भी आलीशान आश्रम
नोएडा के सेक्टर-87 में इलाबांस गांव में भोले बाबा का आलीशान आश्रम है. आखिरी बार साल 2022 में जब ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक धार्मिक कार्यक्रम हुआ था, तब भोले बाबा यहां आए थे.
कहानी उस आश्रम की, जहां से हुआ बाबा के 'साम्राज्य' की शुरुआत
बाबा के कई आश्रमों के बारे में आपने जाना, लेकिन अब कहानी उस आश्रम की, जो सबसे पहला है. ये आश्रम कासगंज के गांव बहादुर नगर पटियाली में बना है. ये भी अन्य आश्रमों की ही तरह काफी आलीशान है. इस आश्रम का मालिकाना हक 'हरि चेरिटेबल ट्रस्ट' के पास है. कुल मिलाकर पूरे उत्तर प्रदेश में 'भोले बाबा' के 20 से अधिक आश्रम हैं. जिन, जिन शहरों में ये आश्रम हैं, वहां अलग-अलग ट्रस्ट बने हैं, जिनके नाम पर ये आश्रम हैं. इसके अलावा, हर शहरों के लिए एक-एक कमेटी भी बनी है, जिसके जरिए संपर्क कर बाबा का सत्संग कराया जाता है.
अब हाथरस आश्रम में हुई भगदड़ मामले का अपडेट भी जान लीजिए
हाथरस सत्संग भगदड़ मामले में अब तक 20 से अधिक लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, लेकिन हैरानी की बात ये कि इसमें 'भोले बाबा' के नाम का जिक्र तक नहीं है. सिकंदराराऊ थाने में दर्ज FIR में हाथरस सत्संग के मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर के अलावा अन्य के नाम शामिल हैं. FIR के मुताबिक, मंगलवार यानी 2 जुलाई को दोपहर बाद हुए हादसे में आयोजकों की ओर से मांगी गई अनुमति में कहा गया था कि सत्संग में करीब 80 हजार लोग आएंगे, लेकिन इसके तीन गुना लोग सत्संग में पहुंच गए, जिससे व्यवस्था खराब हो गई और हादसे में 121 लोगों की जान चली गई.