Noida Crime: थाना सेक्टर-58 की पुलिस ने जहाज पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है. यह गैंग महंगी जगह पर अपने ऑफिस खोलकर लोगों को अपना शिकार बनाता था. पुलिस ने बताया कि अब तक यह गैंग लाखों की ठगी कर चुका है.
पुलिस ने इनके फर्जी कॉल सेंटर से एक युवती समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि उनके दो साथी अभी भी फरार हैं. पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में इलेक्ट्रानिक्स उपकरण व फर्जी दस्तावेज बरामद किये हैं.
फेसबुक, इंस्टाग्राम पर ऐड डाटलकर करते थे धोखाधड़ी
नोएडा के एडीसीपी मनीष मिश्रा ने बताया कि सेक्टर-58 थाना पुलिस ने एक युवती समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी जहाज पर अलग-अलग पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी किया करते थे.
गैंग फर्जी वेबसाइट www.Yatherth group-co बनाकर सोशल मीडिया साइट्स जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर नौकरी के विज्ञापन डालकर मासूम लोगों को फांसते थे. यही नहीं लोगों को झांसे में लेकर ये गैंग उन्हें फर्जी ऑफर लेटर बनाकर देता था. इसके बाद यह गेंग मेडिकल करवाने, एसटीसीडब्ल्यू, एसआईडी, सीडीसी कार्ड और अन्य दस्तावेज बनवाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता था.
नोएडा। थाना सेक्टर—58 ने शिप पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है। एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि अब तक यह गैंग लाखों की ठगी कर चुका है। पुलिस ने इनके फर्जी कॉल सेंटर से एक युवती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। @noidapolice @UPGovt pic.twitter.com/5QeTsBOB1b
— Santosh Pathak (@Santoshp_ndls) September 21, 2024
पकड़े गए आरोपियों की पहचान गुरुग्राम निवासी अंकित, अमरोहा निवासी अरीबा, रामपुर निवासी यावेंद्र, सुल्तानपुर निवासी दुर्गेश यादव और लोनी गाजियाबाद निवासी बादल के रूप में हुई है. इसके अलावा दो आरोपी आकाश और आकांक्षा पांडे फरार हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
ऐसे बनाते थे लोगों को अपना शिकार
पुलिस पूछताछ में पता चला कि गैंग के सरगना अंकित ने सेक्टर 62 स्थित आईथम टावर में कॉल सेंटर चलाने के लिए एक ऑफिस किराए पर लिया था. ऑफिस का किराया करीब 35 हजार रुपए प्रतिमाह था. यहीं से य सारा गोरखधंधा चलता था. अंकित यहां फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों को मीटिंग व इंटरव्यू के माध्यम से वॉट्सऐप वीडियो कॉल पर फर्जी लेटर देकर उन्हें जहाज व अन्य स्थानों पर सिविल, कंस्ट्रक्शन, हाउसकीपिंग, सिक्योरिटी गार्ड, गन मैन, मैकेनिक, सुपरवाइजर आदि की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर उनसे पैसे हड़प लेता था. यह गैंग दूर-दराज में रहने वाले बेरोजगार लोगों को अपना निशाना बनाता था.
डमी कैंडिडेट की डिटेल दिखाकर करते थे फ्रॉड
पुलिस ने बताया कि गैंग के पास से बादल पुत्र मूलचंद के नाम से एसटीसीडब्लू, एसआईडी, सीडीसी कार्ड मिले है जो किसी अन्य कंपनी के माध्यम से इरान गया था. ये लोग इसे डमी के तौर पर इस्तेमाल करते थे और दूसरे लोगों को बताते थे कि हमने ही उसे विदेश में नौकरी दिलवाई है.
आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज बरामद
आरोपियों के पास से 8 कंप्यूटर सीपीयू, 1 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, 11 मोहर व अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं जिनकी पुलिस जांच कर रही है.