बलिया जिले के सिकंदरपुर क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर दो लोगों की हत्या के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के खरीद गांव में जमीन के विवाद को लेकर बुधवार रात रामजीत यादव और उनके बेटे निरंजन, नीरज, मनीष व कुछ अन्य लोगों ने दूसरे पक्ष के पंकज यादव (24) के घर में घुसकर उनके परिवार पर हमला कर दिया.
उन्होंने बताया कि इस घटना में गंभीर रूप से घायल पंकज को जिला अस्पताल से वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित अस्पताल में रेफर किया गया लेकिन बुधवार देर रात रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
सिंह ने बताया कि अन्य तीन घायलों को मऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनमें से पंकज के चाचा अनिल यादव (42) की भी इलाज के दौरान मौत हो गई. उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रशिक्षु उप निरीक्षक सुमित सिंह, मुख्य आरक्षी सोहन सोनकर, आरक्षी विशनवीर चौधरी तथा विजय प्रकाश को बृहस्पतिवार रात तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
सिंह ने बताया कि इसके साथ ही प्रकरण में सिकंदरपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक विकास चंद्र पांडेय तथा उप निरीक्षक धर्मवीर यादव के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच कई वर्षों से जमीन को लेकर विवाद है और न्यायालय ने स्थगन आदेश भी दिया था. उन्होंने बताया कि विवाद को लेकर एक माह पहले भी दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था और दोनों ही तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया था.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस विवाद के संबंध में गहराई से सूचना संकलित कर प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई न करने के कारण दो लोगों की हत्या जैसी गंभीर घटना हुई जो कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता, अकर्मण्यता एवं अनुशासनहीनता का परिचायक है. इस बीच, आजमगढ़ के पुलिस उप महानिरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को घटनास्थल का दौरा कर मामले की जानकारी प्राप्त की.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस मामले में 11 नामजद तथा अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ बृहस्पतिवार को मुकदमा दर्ज किया गया है और आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है.