पुराने जमाने में आपने भेड़िए और लकड़बग्घों से जुड़ी कई कहानियां सुनी होंगी, जब खूंखार-आदमखोर जानवर, घरों में घुसकर बच्चों को उठा ले जाते हैं. ये कहानियां, बहराइच की हकीकत बन गई हैं. बहराइच में भेड़ियों के हमले में कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 7 बच्चे शामिल हैं. यूपी का बहराइच जिला, भेड़ियों के आतंक का पर्याय बन गया है. गांव के गांव, रात में निकलने से डर रहे हैं कि कब, कहां आदमखोर भेड़िए हमला बोल कर दें.
वन विभाग ने 'ऑपरेशन भेड़िया' चलाकर 4 भेड़ियों को पकड़ लिया है लेकिन अभी दो भेड़ियों की तलाश जारी है. लोगों पर हमले की आशंका बनी हुई है. भेड़िए इतने खतरनाक हैं कि लोगों की जान पर शामत आ गई है. इन्हें पकड़ने के लिए अब वन विभाग ने एक ऐसा प्लान बना लिया है, जिससे इनका पकड़ा जाना तय है. ये भेड़िए, अब जंगलों में खाने की तलाश में नहीं जा रहे हैं, इंसानी बस्तियों में दस्तक दे रहे हैं.
भेड़ियों को पकड़ने के लिए बच्चों की तरह दिखने वाले खिलौनों को उनके पेशाब में डुबोकर जगह-जगह रखा जा रहा है, जिससे इन्हें पकड़ा जा सके. यह एक जाल है, जिसमें भेड़ियों का फंसना तया है. वे इंसानी सुगंध सूंघकर आ जाएंगे और पकड़े जाएंगे.
स्थानीय लोगों का कहना है कि शुरुआत में ज्यादातर हमले, दो ही आदमखोर भेड़िए कर रहे थे. अब उन्हें खिलौनों के जरिए जाल में फंसाने की कोशिश की जा रही है. बहराइच के डिविजन फॉरेस्ट अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने कहा है कि ये जानवर, आमतौर पर बच्चों को निशाना बनाते हैं. हम बड़ी संख्या में खिलौनों को जंगलों में रख रहे हैं, जो इंसानों जैसे दिखते हैं. ऐसे खिलौने भेड़ियों को आकर्षित करेंगे, जिसकी मदद से इन्हें पकड़े जाने में आसानी होगी.