India Daily Exclusive: 28 सितंबर को इंडिया डेली ने एक खबर चलाई थी. ये खबर थी बेजुबान चीतल को बेरहमी से मारने वाले शिकारी की. इंडिया डेली के हाथों 3 तस्वीर लगीं थीं. तस्वीरों में एक शख्स बेजुबान चीतल के साथ शान से खड़ा था. तस्वीर देखकर ऐसा लगा रहा था कि उसी ने ही चीतल का शिकार किया है. खैर शिकारी चाहे जो भी उसे वन विभाग की टीम पकड़ेगी. क्योंकी इंडिया डेली की खबर का ये असर हुआ कि लखनऊ के नामी कारोबारी ख्वाजा मोहम्मद गौस खान के खिलाफ वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो चुका है.
इंडिया डेली ने जैसे ही खबर चलाई लखनऊ से अधिकारियों के फोन आने लगे. आला अधिकारी एक्शन में आए. त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने लखनऊ के मलिहाबाद के नामी कारबोरी ख्वाजा मोहम्मद गौस खान को पूछताछ के लिए उठा लिया.
इंडिया डेली ने इन तस्वीरों पर कोई दावा नहीं किया. क्योंकि हम चाहते हैं कि इस पर वन विभाग की टीम पड़ताल करे. बेजुबान का शिकार किसने किया? गुनहगार कौन? शिकारी कौन? इन सबका सच सामने आए. तस्वीरों मे गौस खान नजर आ रहा था. इसलिए वन विभाग की टीम ने STF के साथ गौस खान के यहां दबिश दी और उसे उठा लिया.
थाने में गौस खान से कई घंटों तक पूछताछ की गई. वन विभाग की टीम ने उससे तस्वीरों को लेकर कई सवाल किए. गौस खान से घंटों चली पूछताछ में ये खुलासा हुआ कि तस्वीरें आठ साल पुरानी हैं. शुरुआती तफ्तीश की माने तो शिकार की ये वारदात 2016 की है, जब बेजुबान चीतल का शिकार किया गया. तस्वीरें भी शायद तभी शौक-शौक में खिंचवाई गईं. तस्वीरें दबी रहीं. लेकिन इंडिया डेली ने एक बेजुबान के साथ हुई क्रूरता का मुद्दा उठाया. विभाग ने जांच शुरू की और कई सवालों के जवाब ढूंढने लगी.
वन विभाग इस मामले की जांच भी करा रहा है. जाहिर है शिकार के साथ ये तस्वीरें अब गौस खान को भारी पड़ने वाली है? अगर ये तस्वीरें शौकिया खिंचाई गई थी या फिर शिकार करके खिंचाई गई थी? इस सच का पता तो वन विभाग अपनी जांच में लगाया. अगर तस्वीरों में देखा इंसान ने गुनाह किया तो वह सलाखों के पीछे पहुंच सकता है.
अगर इंडिया डेली इस मुद्दे को नहीं उठाता तो शिकारी चीतल का शिकार करने के बाद भी कानून और वन विभाग की आंखों में धूल झोंक बेफिक्र रहते. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होने के नाते हमने बेजुबान के साथ हुए क्रूरता का मुद्दा उठाया और अब इसे लेकर वन विभाग जांच कर रही है. इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने खुद भरोसा दिलाया कि इस मामले की तह तक जाने के लिए सरकार इसकी जांच कराएगी. और जो भी दोषी होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.