Farrukhabad News: यूपी के फर्रुखाबाद से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. ये मामला मेरठ हत्याकांड की याद दिलाता है. यहां एक पत्नी ने अपने पति पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे उसके प्राइवेट पार्ट बुरी तरह जख्मी हो गए.
दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर संगीन आरोप लगाए हैं, पीड़ित पति ने इसे हत्या की कोशिश करार देते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराइ है.
#फर्रुखाबाद : मेरठ और औरैया के बाद अब फर्रुखाबाद में भी पत्नी के हैवान बनने का मामला सामने आया। फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के बुढनामऊ में युवक का आरोप है कि पत्नी ने गड़ासा से हमला किया। पत्नी ने भी पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हाथ-पैर बांधकर अनैतिक तरीके से गलत काम करता था… pic.twitter.com/MAG4u2mxTe
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) March 30, 2025
क्या हुआ था उस रात?
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के बुढ़ाना मऊ गांव में रहने वाले संदीप की जिंदगी 23 मार्च 2025 की रात उस वक्त बदल गई, जब वह अपनी पत्नी रंजना के साथ सो रहा था. संदीप का आरोप है कि रंजना ने अचानक उसके प्राइवेट पार्ट पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. उसने बताया, "किसी तरह हाथ-पैर जोड़कर उसने अपनी जान बचाई." हमले के बाद रंजना अपने मायके भाग गई. संदीप को अपने कमरे में एक और हथियार मिला, जिससे उसे शक है कि उसकी हत्या की साजिश रची जा रही थी.
पति के गंभीर इल्जाम
संदीप ने अपनी पत्नी पर कई चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं. उसका कहना है कि रंजना का चरित्र ठीक नहीं है और वह अपने प्रेमियों से फोन पर लगातार बात करती थी. "जब भी वो इसका विरोध करता, वह आत्महत्या की धमकी देती थी," पति ने यह भी कहा कि रंजना उसे नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर देती और फिर घंटों अपने प्रेमी से बातें करती थी. इन घटनाओं ने संदीप को मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ दिया है.
पत्नी ने भी लगाए जवाबी आरोप
दूसरी ओर, रंजना ने अपने पति पर पलटवार करते हुए गंभीर इल्जाम लगाए हैं. उसका दावा है कि संदीप का गांव की एक लड़की से अवैध संबंध है और वह तलाक लेकर उससे छुटकारा पाना चाहता था. रंजना ने कहा, "संदीप मेरे साथ बुरा बर्ताव करता था, मेरे हाथ-पैर बांधकर जबरदस्ती करता और मारपीट करता था.' उसने इस हमले को आत्मरक्षा का कदम बताया है.
पुलिस की भूमिका
इस मामले में दोनों पक्षों के आरोपों ने पुलिस के सामने सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस अधीक्षक ने FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.