Holi 2025

मदद का भरोसा, योगी सरकार से मुआवजे की अपील; हाथरस भगदड़ पीड़ितों से मिलने के बाद क्या बोले राहुल गांधी?

Hathras Stampede Victims: हाथरस भगदड़ के पीड़ितों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि ये एक दुखद घटना है. कई लोगों की मौत हो गई है. मैं इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहता, लेकिन प्रशासन की ओर से कमियां रही हैं और महत्वपूर्ण बात ये कि अधिकतम मुआवजा दिया जाना चाहिए क्योंकि वे गरीब परिवार हैं.

Social Media

Hathras Stampede Victims: हाथरस में 2 जुलाई को हुई भगदड़ के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल गांधी ने उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया. साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की अपील की. पीड़ितों से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि मैं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से अनुरोध करता हूं कि वे दिल खोलकर मुआवजा दें. अगर मुआवजे में देरी होती है, तो इससे किसी को फायदा नहीं होगा. मैंने मृतकों के परिवार के सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्होंने मुझे बताया कि कोई पुलिस व्यवस्था नहीं थी. वे सदमे में हैं और मैं बस उनकी स्थिति जानना चाहता था. 

कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी आज सुबह भगदड़ से प्रभावित लोगों के परिवारों से मिलने उत्तर प्रदेश के हाथरस पहुंचे. एक पीड़ित ने कहा कार्यक्रम स्थल पर कोई उचित चिकित्सा सुविधा या व्यवस्था नहीं थी. सत्संग स्थल पर प्रशासन ठीक नहीं था. अगर उचित चिकित्सा सुविधा होती तो मेरी भाभी को बचाया जा सकता था. कांग्रेस सांसद से मुलाकात करने वाली एक महिला ने कहा कि उन्होंने (राहुल गांधी) ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि वे मदद करेंगे. धैर्य रखें. मेरी मां और भाई की इस घटना में मौत हो गई.

इससे पहले, उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को स्वयंभू बाबा की तलाश में मैनपुरी के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया था. इस घटना में आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मैनपुरी के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सुनील कुमार ने कल कहा कि भोले बाबा अपने आश्रम के अंदर नहीं मिले. हाथरस शहर के एसपी राहुल मिठास ने भी कहा कि उन्हें आश्रम में 'भोले बाबा' नहीं मिले. बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए.

मामले की जांच के लिए जस्टिस (सेवानिवृत्त) बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है. न्यायिक आयोग अगले दो महीनों में भगदड़ की घटना की जांच करेगा और अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा. प्रथम दृष्टया रिपोर्ट के अनुसार, भगदड़ तब हुई जब अनुयायी 'भोले बाबा' के चरण धूल को इक्ट्ठा करने के लिए दौड़े. इस दौरान बाबा के सेवादारों ने उन्हें रोका, लेकिन वे इसे लेने के लिए एक-दूसरे को धक्का देने लगे और फिर स्थिति बिगड़ गई.