पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून लागू होने के बाद से हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. वक्फ कानून का विरोध कर रहे मुस्लिम प्रदर्शनकारी लगातार हिंसा में लिप्त हो रहे हैं, जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों की संपत्ति भी जलकर राख हो चुकी है. इस हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि वे वक्फ कानून के विरोध में हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.
इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,"हमें आश्चर्य होता है कि यह(पश्चिम बंगाल) वही राज्य और देश है, जहां वक़्फ़ के नाम पर लाखों एकड़ जमीन पर कब्ज़ा किया गया है. उनके पास कागजात और राजस्व विभाग का कोई रिकॉर्ड नहीं है. सीएम योगी ने आगे कहा, "अब जब संसद में वक्फ संशोधन बिल पारित हो गया है और इस पर कार्रवाई की जा रही है, तो इसके खिलाफ हिंसा भड़काने के काम चल रहा है.
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, "पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 3 हिंदुओं की निर्मम हत्या हुई है. उनके घरों से उन्हें खींचकर, उनकी हत्या हुई है."ये कौन लोग हैं? ये वहीं दलित, वंचित और गरीब हिंदू हैं, जिन्हें इस जमीन का सबसे ज्यादा लाभ मिलने वाला है."अब ये लोग हिंसा फैलाकर अपनी गलतियों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह हिंसा, दरअसल, वक्फ कानून के खिलाफ एक षड्यंत्र का हिस्सा है, जिसे राजनीतिक तुष्टीकरण की राजनीति से प्रेरित किया जा रहा है.
बांग्लादेश और हिंदू अधिकारों पर क्या बोले CM योगी?
मुख्यमंत्री योगी ने बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां रहने वाले हिंदू दलित आज भी प्रताड़ित हैं, और उनके अधिकारों के लिए किसी भी राजनीतिक दल ने आवाज नहीं उठाई. उन्होंने कहा,"बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू दलितों की आवाज़ केवल बीजेपी ने उठाई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा और तृणमूल कांग्रेस ने इनकी रक्षा के लिए कभी कोई कदम नहीं उठाया. इसके साथ ही योगी ने यह भी कहा कि,"वक्फ कानून इसीलिए बनाया गया ताकि हिंदू और दलित समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.